जर्मनी और फ्रांस के नेताओं को पुतिन ने चेताया, कहा – यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करने पर बिगड़ सकते हैं हालात ।
समाचारों के अनुसार पुतिन ने साफ शब्दों में कहा है कि यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति से स्थितियां और बिगड़ सकती हैं।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): रूस की ओर से चेतावनी जारी हुई है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जर्मनी और फ्रांस के नेताओं को यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति बढ़ाने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा है कि इस कदम से हालात और खराब हो सकते हैं। समाचारों के अनुसार पुतिन ने साफ शब्दों में कहा है कि यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति से स्थितियां और बिगड़ सकती हैं। सनद रहे अमेरिकी खुफिया एजेंसियां ऐसी आशंका को लेकर पहले ही आगाह कर चुकी हैं।
हाल ही में अमेरिका ने यूक्रेन की मदद के लिए 20 अरब डालर (करीब 1.55 लाख करोड़ रुपये) की रकम दिए जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। यूक्रेन इस रकम का इस्तेमाल लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियारों की खरीद में करना चाहता है। अमेरिका भी यूक्रेन को लंबी दूरी के हथियारों की डिलिवरी करने पर विचार कर रहा है। हालांकि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने तनाव बढ़ने की आशंका से बाइडन प्रशासन को आगाह किया है।
वहीं क्रेमलिन का कहना है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को एक फोन काल में फ्रांस और जर्मनी के नेताओं से कहा कि रूस काला सागर के बंदरगाहों से अनाज के शिपमेंट को फिर से शुरू करना संभव बनाने के तरीकों पर चर्चा करने को तैयार है। मालूम हो कि वैश्विक गेहूं की आपूर्ति का लगभग एक तिहाई हिस्सा रूस और यूक्रेन से आता है। रूस एक प्रमुख वैश्विक उर्वरक निर्यातक भी है।
वहीं यूक्रेन मकई और सूरजमुखी के तेल का एक प्रमुख निर्यातक है। इस बीच रूस ने दावा किया है कि उसके बलों ने शनिवार को डोनेट्स्क क्षेत्र में एक रेलवे हब और यूक्रेनी शहर लाइमैन पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया है। यूक्रेन और रूसी सेना कई दिनों से लाइमैन के लिए लड़ रही थी। यही नहीं यूक्रेन के सबसे बड़े डोनबास शहर में रूसी सेना के हमले जारी हैं। वहीं समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वी यूक्रेन के कस्बों और शहरों से लोग भाग रहे हैं क्योंकि रूसी सेना आगे बढ़ रही है। फिलहाल रूस-यूक्रेन युद्ध पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।