(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): बता दें कि हाथरस में युवती के साथ कथित तौर पर हुए गैंगरेप के दौरान जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्ष्कर का नाम सुर्खियों में आया था। घटना के बाद पीड़िता के भाई ने DM को हटाने की मांग की थी। पीड़िता के भाई ने डीएम पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि ”हमारे परिवार को घर में बंद करके रखा गया। डीएम ने हमारे पर दबाव डाला था।”जब उनसे पूछा गया था कि क्या परिवार SIT जांच से संतुष्ट है, तो उन्होंने कहा था, “डीएम ने हम पर दबाव डाला और हमें धमकी दी। हम डीएम के इस्तीफे की भी मांग करते हैं।” गौरतलब है कि गत 14 सितंबर को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 19 साल की दलित युवती के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले पर पुलिस ने बताया था कि पीड़िता को घटना के बाद अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, हालत गंभीर होने के पर इलाज के लिए उसे दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल भेजा दिया गया था। जहां पर उसकी मौत हो गई थी। पीड़िता के मौत के बाद परिवार ने आरोप लगाया था कि ‘पुलिस ने उनकी सहमति के बिना ही आधी रात को उनके शव का अंतिम संस्कार कर दिया।’