Namaste Trump: ट्रंप ने विवेकानंद, सरदार पटेल, तेंदुलकर और कोहली का किया जिक्र, स्टेडियम में लगे नारे
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ओर आतंकवाद के खिलाफ भारत का साथ देने का वादा करते हुए पाकिस्तान को अपनी जमीन से आतंकवाद खत्म करने करने की नसीहत दी। वहीं दूसरी ओर तमाम प्रतीकों का इस्तेमाल करते हुए भारत की सभ्यता और संस्कृति की जमकर सराहना की। ट्रंप की ओर से भारत की हर एक तारीफ पर एक लाख से अधिक लोगों के तालियों की गड़गड़ाहट से स्टेडियम गूंजता रहा… आइये जानते हैं कि ट्रंप ने भारत के लिए किन प्रतीकों का इस्तेमाल किया।अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में संस्कृत का शब्द ‘नमस्ते’ बार-बार सुनाई दिया जिसकी गूंज पूरी दुनिया ने सुनी। पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत ‘भारत माता की जय’ के बाद ‘नमस्ते ट्रंप’ के साथ की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम (नमस्ते ट्रंप) के नाम में ‘नमस्ते’ का मतलब बेहद गहरा है। यह दुनिया की प्राचीनतम भाषाओं में से एक संस्कृत का शब्द है जिसका मतलब है कि हम किसी के भीतर मौजूद आत्मसम्मान को भी नमन करते हैं। इसके बाद ट्रंप ने भी अपने भाषण की शुरुआत नमस्ते इंडिया… से की।ट्रंप ने अपने भाषण में बॉलीवुड का भी जिक्र किया। अमेरिकी राष्ट्रपति कहा यहां एक ऐसी इंडस्ट्री है जहां 2000 से ज्यादा फिल्में हर साल बनती हैं। इसे बॉलीवुड कहते हैं। बॉलीवुड में डीडीएलजे और शोले जैसी रोमांटिक फिल्में भी बनती हैं। ट्रंप ने कहा कि एशियाई क्षेत्र में शांति बनाए रखने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है। हम 1.25 लाख लोगों की मौजूदगी से लबरेज इस स्वागत को हमेशा याद रखेंगे। भारत हमेशा से हमारे दिल में रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप ने क्रिकेट में भारत की उपलब्धियों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत के बेहतरीन खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली की लोकप्रियता पूरी दुनिया में है। भारत में क्रिकेट एक धर्म है। ट्रंप ने मोदी के चाय वाले से लेकर उनके देश के प्रधानमंत्री बनने को यादगार बताया। उन्होंने कहा कि मुझे पता चला कि जब पीएम मोदी छोटे थे तो उन्हें एक कैफिटेरिया में काम करना पड़ा। आज वह भारत से सफल नेता हैं। मोदी कठोर मेनहत की मिसाल हैं। ट्रंप ने कहा, आपका देश बहुत अच्छा कर रहा है। हमें भारत पर गर्व है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने भाषण में स्वामी विवेकानंद का भी जिक्र किया। उन्होंने भारत के महान आध्यात्मिक गुरु के बारे में कहा कि जैसा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि मुझे हर इंसान के सामने आकर लगता है कि भगवान के दर्शन हो रहे हैं। उस पल मैं पूरी तरह मुक्त हो जाता हूं। भारत और अमेरिका दोनों ही जानते हैं कि वे किसी बड़े मकसद के लिए पैदा हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने व्यक्तिगत आजादी, कानून के शासन, हर इंसान की गरिमा को तरजीह दी है। भारत ऐसा देश है जहां लोग साथ में सौहार्द के साथ अपने धर्म का पालन कर सकते हैं। ट्रंप ने पंजाबी डांस भांगड़ा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत की फिल्मों में भांगड़ा और संगीत का मेलजोल बेहतरीन होता है। इसके बाद उन्होंने भारतीय त्योहारों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत वह देश है जहां दिवाली के पावन त्यौहार पर बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया जाता है। भारत वह देश है जहां कुछ दिन में होली जैसा खूबसूरत त्योहार मनाया जाएगा जो खुशी और हर्षोल्लास का पर्व है। भारत के हिंदू, मुस्लिम, ईसाई और यहूदी, अमीर और गरीब सभी को अपने महान इतिहास और उज्ज्वल भविष्य पर गर्व करना चाहिए। ट्रंप ने अपने भाषण में भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो के चंद्रयान मिशन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत अंतरिक्ष में भी पार्टनर बनेंगे। सबसे खास बात यह है पीएम मोदी और ट्रंप दोनों ने ही सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि एक (अमेरिका) लैंड ऑफ द फ्री है तो दूसरा पूरे विश्व को एक परिवार मानता है। एक को स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी पर गर्व है तो दूसरे के पास स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का गौरव है। वहीं ट्रंप ने कहा कि भारत ज्ञान की धरती है, यहां की संस्कृति काफी महान है। यहां दर्जनों भाषाएं बोली जाती हैं, फिर भी यहां एक सूत्र की तरह लोग रहते हैं। उन्होंने प्राचीन धरोहरों का उल्लेख करते हुए गंगा, जामा मस्जिद और मंदिरों का भी जिक्र किया।