उत्तर प्रदेश: पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव कोरोना की चपेट में ।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव कोरोना के कारण अस्पताल में भर्ती है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ):उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव कोरोना के कारण अस्पताल में भर्ती है। आज दोपहर उनके बेटे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उनको लेकर गुड़गांव के मेदांता अस्पताल गए थे, जहां जांच में वह कोरोना पॉजिटिव मिले। अखिलेश यादव उपचुनाव को लेकर प्रदेश कार्यालय में चल रही मीटिंग को छोड़ अचानक मुलायम सिंह यादव से मिलने पहुंचे थे। मेदांंता अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, जिसके बाद उन्हें यहां लाया गया था। मुलायम सिंंह यादव की कोरोना जांच कराई गई, जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। समाजवादी पार्टी के संरक्षक व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव पिछले काफी समय से बीमार चल रहे हैं। इस कारण उन्हें कई बार अस्पातल में भी भर्ती करवाया जा चुका है।समाजवादी पार्टी के संरक्षक व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव एवं उनकी पत्नी साधना को मेदांता अस्पताल में बुधवार रात लगभग साढ़े नौ बजे भर्ती कराया गया है। दोनों कोरोना पाजिटिव हैं। इनके तीन घरेलू सहायकों को भी भर्ती कराया गया है। वे भी कोरोना पाजिटिव हैं। सीनियर फिजिशियन डा. सुशीला कटारिया की देखरेख में सभी का इलाज शुरू कर दिया गया है।माननीय नेताजी का स्वास्थ्य स्थिर है। आज कोरोना पॉज़िटिव होने पर गुड़गांव के मेदांता में उन्हें स्वास्थ्य-लाभ के लिए भर्ती कराया था। हम वरिष्ठ डॉक्टरों के निरंतर संपर्क में हैं और समय-समय पर सूचित करते रहेंगेबता दें कि यूपी में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की रफ्तार और तेज हो गई है। बुधवार को प्रदेश का रिकवरी रेट 90.24 फीसद पहुंच गया। अब तक मिले कुल 4.45 लाख रोगियों में से चार लाख से अधिक मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। बीते 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 2,778 नए रोगी मिले और इससे ज्यादा 3,736 मरीज स्वस्थ हुए। वहीं 41 और लोगों की मौत के साथ अब तक कुल 6,507 लोगों की जान यह खतरनाक वायरस ले चुका है। अब एक्टिव केस घटकर 36,898 रह गए हैं। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बीते 26 दिनों में 31,337 एक्टिव केस घटे हैं। 17 सितंबर को एक्टिव केस पीक पर थे और इनकी संख्या 68,235 पहुंच गई थी, मगर इसके बाद से लगातार इसमें कमी आ रही है।मामलों में बढ़ोतरी की दर घटी है।