(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): देश की राजधानी दिल्ली में तबलीगी जमात में पिछले महीने हुए मरकज से समबन्धित 93 नए केस सामने आए हैं । इसके साथ ही दिल्ली में अब कोरोना वायरस के कुल मामले 669 हो गए हैं। महाराष्ट्र (1135) और तमिलनाडु (738) के बाद तीसरे नंबर पर दिल्ली पहुंच गया है। अधिकारियों के अनुसार कुल मामलों में 64 फीसदी आंकड़ा तो सिर्फ उन जमातियों का ही है, जिन्होंने निजामुद्दीन मकरज में हुए कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।तबलीगी जमात के लोगों के अलावा जो 214 लोग कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं, उनकी ट्रैवल हिस्ट्री रही है। वहीं करीब 29 लोगों में संक्रमण की वजह क्या थी, जिसकी जांच अभी चल रही है। अधिकारियों के मुताबिक, कुछ जगहों पर लोकल ट्रांसमिशन भी देखने को मिला है। ऐसे इलाकों को कोविड-19 हॉटस्पॉट करार दिया गया है। सरकार फिलहाल हर उस शख्स का टेस्ट कर रही है, जिसने किसी भी कोरोना पॉजिटिव मरीज के साथ संपर्क किया था। कोविड-19 के क्लस्टर में से एक है दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट, जहां पर 22 स्टाफ मेंबर कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। सूत्रों के अनुसार 3 मामले बुधवार को सामने आए और अभी कुछ ऐसे संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट आना बाकी है, जिन्होंने किसी कोरोना पॉजिटिव शख्स से संपर्क किया था। इसी बीच, एम्स के 30 हेल्थ वर्कर्स को सेल्फ क्वारंटीन में रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि इमरजेंसी में भर्ती हुआ एक मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया गया। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए डीआरडीओ ने अस्पताल में एक फुल बॉडी डिसइंफेक्शन चैबर भी लगाया है। डीआरडीओ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक बार में इसमें एक ही शख्स जाता है। इसमें जाते ही एक इलेक्ट्रिक पंप हाइपोसोडियमक्लोराइड का छिड़काव करता है। 25 सेकेण्ड होने के बाद यह छिडकाव बंद हो जाता है। फिलहाल अनेक तरीके से कोरोना को फैलने से रोकने की कोशिश की जा रही है।