हिमाचल प्रदेश में बने इन 16 दवाओं के सैंपल हुए फेल, पूरा बैच हटाने का आदेश
सीडीएससीओ के अलर्ट के बाद दवा नियंत्रक बद्दी नवनीत मारवाहा ने हिमाचल की फार्मा कंपनियों को नोटिस जारी कर पूरा बैच बाजार से हटाने के आदेश जारी कर दिए है और सख्त कार्रवाई की बात कही है।
(एनएलएन मीडिया-न्यूज़ लाइव नाऊ): विश्व के मानचित्र पर उभरे हिमाचल प्रदेश के उद्योगों में निर्मित दवाओं के सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतर रहे है और केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के ताजातरीन जारी ड्रग अलर्ट में देशभर की 42 दवाओं में से हिमाचल प्रदेश के उद्योगों में बनने वाली 16 दवाओं के सैंपल फेल हो गए हैं।
इनमें से औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन ,काँगड़ा व पांवटा की कंपनियों के सैम्पल फ़ैल हुए हैं। सीडीएससीओ के अलर्ट के बाद दवा नियंत्रक बद्दी नवनीत मारवाहा ने हिमाचल की फार्मा कंपनियों को नोटिस जारी कर पूरा बैच बाजार से हटाने के आदेश जारी कर दिए है और सख्त कार्रवाई की बात कही है।
हिमाचल की दवाएं नहीं उतरी रही मानकों पर खरी
प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद स्वास्थ्य मंत्री द्वारा इस वर्ष जनवरी में फेल हुए दवा सैंपल के मामले में प्राधिकरण को कड़ी लताड़ लगाने और हिमाचल दवा नियंत्रक प्राधिकरण बेशक उद्योगों पर सख्ती होने की बात करने के बावजूद हिमाचल के उद्योगों की दवाएं मानकों पर खरा नहीं उतर रही हैं। इससे विश्व के मानचित्र के पटल पर उभरे प्रदेश की छवि पर भी इसका विपरीत असर पडऩा स्वभाविक ही है। हर माह जारी होने वाले सीडीएससीओ (केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन) के ड्रग अलर्ट में प्रदेश की दवाओं के सैंपल फेल ही पाए जाते है।
प्रदेशभर में करीब 750 फार्मा उद्योग
प्रदेशभर में करीब 750 फार्मा उद्योग स्थापित है, जिनमें से कई उद्योगों में निर्मित दवाओं पर सवाल उठते ही रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार के निर्देशों के बाद दवा नियंत्रण प्राधिकरण ने जनवरी में प्रदेश के उद्योगों के आठ सैंपल फेल होने पर कड़ा संज्ञान लिया और सैंपल फेल होने वाले दवा निर्माता उद्योगों केा नोटिस जारी कर दवा निरीक्षकों को निरीक्षण के आदेश जारी किए।
हालांकि, इस दौरान कहा गया कि यदि रिपोर्ट में खामियां या फिर जीएमपी व जीएलपी की अवहेलना होती है. संबंधित दवा उत्पादन रोकने के अलावा उद्योगों के प्रोडक्ट लाइसेंस सस्पेंड व कैंसिल जैसी कार्रवाई करने की बात कही गई, लेकिन सीडीएससीओ के ताजातरीन ड्रग अलर्ट में एक बार फिर हिमाचल के दवा उद्योगों की 16 दवाएं फेल हो गई है।