(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण लेखा (एलएसी) पर 20 भारतीय सैनिकों के शहीद हो जाने के बाद से हिमाचल प्रदेश में भी अलर्ट घोषित किया गया है। खासकर किन्नौर व लाहुल स्पीति में सेना, अर्द्वसैनिक बल और पुलिस चौकस हो गए हैं। चीन से हिमाचल की 228 किलोमीटर लंबी सीमा सटी है। सीमा पार की हलचल का भारतीय सीमा में भी असर होता है। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सेना, भारत- तिब्बत सीमा पुलिस के जवान (आईटीबीपी) पड़ोसी मुल्क पर पैनी निगाहें रखे हुए हैं। सीमा पर चीनी और भारतीय सैनिक आमने- सामने आ गए हैं। हिमाचल के तिब्बत से लगते बॉर्डर पर आइटीबीपी और सेना तैनात है। पुलिस बेशक आंतरिक सुरक्षा देखती है, पर ताजा हालात के मद्देनजर उसे भी अलर्ट पर रखा गया है।गौरतलब है कि अप्रैल महीने में स्पीति के समधो क्षेत्र में चीन के दो हेलीकॉप्टरों ने भी घुसैपठ की थी। हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने बताया सीमाएं पूरी तरह से सुरक्षित हैं। खुफिया तंत्र को अधिक सतर्कता बरतने का निर्देश है। मनाली के पलचान और लाहुल के दालंग ट्रांजिट कैंप में सेना की मूवमेंट बढ़ गई है। कारगिल युद्ध में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके सामरिक महत्व के लेह मार्ग पर भी सेना के वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है। कुल्लू, स्पीति व लाहुल के क्षेत्र में देर रात तक सेना की हवाई रैकी जारी रही। हवाई जहाज की आवाज सुन पहले तो लोग डर गए लेकिन बाद में सभी समझ गए कि भारतीय सेना अपना कार्य कर रही है। उधर, चीन सीमा से लगते समदो में भी सैनिक गतिविधियां बढ़ गई है। लाहुल-स्पीति की लद्दाख और किन्नौर जिले की सीमा चीन से सटी है। पुलिस अधीक्षक लाहुल-स्पीति राजेश धर्माणी ने बताया कि पुलिस थानों को अलर्ट कर पेट्रोलिंग और गश्त बढ़ाने को कहा है। मनाली-लेह मार्ग से जा रहे सेना के वाहनों की सुरक्षा पर भी कड़ी नजर है। एसपी किन्नौर एसआर राणा ने बताया चीन सीमा से सटे तीन पुलिस थानों मूरंग, सांगला, पूह और चौकी यंगथंग को सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। कोई हलचल या आशंका होने पर जिला मुख्यालय पुलिस को तुरंत सूचित करने को कहा है।