हिन्दू आस्था कुचलने पर आमादा फिल्म वाले. पहले मुंबई अब मलयालम. गे की फिल्म में निशाने पर बजरंगबली

समलिंगी नायक को वीर हनुमान की मुद्रा में दिखाकर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करनेवाले मलयालम् चलचित्र ‘का बॉडीस्केप’पर प्रतिबंध लगाया जाए और केंद्र शासन की ओर से चीनी उत्पादों पर प्रतिबंध लगाकर स्वदेशी को प्रोत्साहन देने की नीति अपनाई जाए, इन मांगों को लेकर यहां के शास्त्री घाटपर हालही में राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन किया गया। यहाँ अब तो सवाल उठने लगा है कि क्या किसी विदेश की शक्ति के हाथों बिके हुए हैं कुछ ऐसे तथाकथित लोग जिन्होंने सुपारी ली है हिंदुत्व के अपमान की .

इस आंदोलन को हिन्दू जागरण मंच के श्री. शुभम मिश्र, श्री. रवी श्रीवास्तव, हिन्दू सेना के जिलाध्यक्ष पंडित शिवतपस्वी तिवारी, हिन्दुत्वनिष्ठ अधिवक्ता श्री. अविनाश राय, अधिवक्ता श्री. कमलेशचंद्र त्रिपाठी एवं हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. नीलेश सिंगबाळ ने संबोधित किया।

ज्ञात हो कि फिल्म को बना रहा जयन चेरियन एक ईसाई है और अमेरिका में रहता है . यह फिल्म २०१६ में अमेरिका में रिलीज भी हो चुकी है पर भारत फिल्म के सेंसर बोर्ड ने इसे पास करने के लिए साफ़ मना कर दिया जबकि इसके लिए तथाकथित बुद्धिजीवी और तमाम सहिष्णुता के ठेकेदारों के साथ नए विचारों की दुहाई देने वाले तमाम लोगों ने अपना अधिकतम प्रयास किया था .

इस आंदोलन में हिन्दुत्वनिष्ठ युवा वाहिनी के श्री. अनुराग सिंह, हिन्दू युवा मोर्चा के श्री. हेमंत मिश्रा, विश्‍व हिन्दू महासंघ के श्री. नितीन पांडे, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के श्री. कपिल सिंह, श्री. अभिजित सिंह, भाजपा के श्री. पीयुष सिंह आदि धर्माभिमानियों ने सहभाग लिया। इस अवसर पर इस फिल्म के आने के बाद बड़े आन्दोलन की चेतावनी भी दी गयी क्योकि इसमें हनुमान जी का बेहद ही आपत्तिजनक चित्र दिखाया गया है जबकि अमेरिका में बस कर भारतीय भाषाओ पर भारतीय संस्कृति और भारतीय देवों पर फिल्म बनाने वाले को अमेरिका में कोई आस्था का प्रतीक नहीं दिखा और दिखा भी होगा तो यकीनन वो किसी और मजहब का रहा होगा जिस से उसे शायद निर्देशित किया गया रहा हो.

 

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