सुंदरनगर परिषद का कारनामा,महीनों बन्द रहा शौचालय खोलने पर अब भी अव्यवस्थित

पानी की व्यवस्था से अब भी महरूम।

–गन्दगी से भरा शौचालय कर रहा लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़।

–मुरम्मत के लिए नगर परिषद अब तक करती रही गुमराह

सुंदरनगर।रोशन लाल शर्मा
एनएलएन मीडिया।न्यूज लाइव नाउ:
सुंदर नगर पुलिस स्टेशन के साथ स्थित शौचालय का ताला आखिर मीडिया के बार बार मामला उजागर करने पर आखिर खोल दिया गया।हेरानी की बात तो यह है कि महीनों बन्द रहने के बाद भी शौचालय में कोई सुधार नही हुआ। वही गन्दगी और वही अव्यवस्था आज भी इस शौचालय में विराजमान है।हालांकि नगर परिषद द्वारा यह कहा जा रहा था कि शौचालय में पूरी व्यवस्था कराई जा रही है।आखिर नगर परिषद क्यों झूठ का सहारा लेकर लोगों को परेशान करने पर तुली रही ज्ञात नही हो सका। शौचालय में ताला लगने की बात जब नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी को बताई गई थी ,तब उन्होंने कहा था कि में खुद कमियों का निरीक्षण करूँगा और पूरी व्यवस्था होने पर ही इसे लोगों के प्रयोग के लिए खोला जाएगा।परन्तु आज जब इसे देखा गया तो शौचालय में पसरी गन्दगी और बगैर पानी की व्यवस्था देख कर बहुत हेरानी हुई।एक अधिकारी द्वारा मीडिया को गुमराह करना एक बड़ा स्वाल खड़ा कर रहा है।जबकि मीडिया की भूमिका जनहित के मामले को प्रशासन तक पहुंचाना होता है।अगर उसे ही विभागीय अधिकारी द्वारा गुमराह करने की कोशिश की जाए तो इस से ज्यादा बेतूकी बात और क्या हो सकती है।जब इसके बारे कर्मचारियों से बात की जो शौचालय की मुरम्मत से सम्बंधित है से पूछा कि आप आज तक शौचालय की मुरमत के बारे मीडिया को क्यों गुमराह करते रहे तो उनके विचार यह थे।
क्या कहते है कनिष्ठ अभियंता?
मैने शौचालय की व्यवस्था के बारे बलबीर सोनी को अधिकृत किया था ।व्यवस्था क्यों नही हुई के बारे में खुद शौचालय का निरीक्षण करूँगा।

राजेन्द्र गुलेरिया,
कनिष्ठ अभियंता नगर परिषद सुंदरनगर।

क्या कहते है सफाई इंचार्ज?
मुझे केवल सफाई कार्य के लिए अधिकृत किया है।मुरम्मत का कार्य कनिष्ठ अभियंता देखते हैं।में कल शौचालय का निरीक्षण करूँगा और सफाई कार्य सम्पन्न कराउँगा।

बलबीर सोनी,
सफाई प्रबंधक नगर परिषद सुंदरनगर।

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