सलेम के पास चिन्नामनईएकन्नपलायम गांव में वन विभाग के अधिकारियों ने गांववालों को इजाजत दे दी कि वे लोमड़ी के साथ जलीकट्टू जैसे खेल का आयोजन कर सकते हैं।हालांकि लोमड़ी, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत आती हैं, यह आयोजन वन विभाग के अधिकारियों की देखरेख में हुआ। अधिकारियों ने लोमड़ी का मुंह बांध दिया था ताकि वह इस खेल में हिस्सा ले रहे किसी प्रतिभागी को काट ना ले। सलेम जिले के अलग-अलग इलाको में हर साल कानुम पोंगल के मौके पर फॉक्स जलीकट्टू नाम के इस खेल का आयोजन होता है।बुधवार को गांववाले लोमड़ी को एक मंदिर के सामने लेकर आए और उसकी पूजा की गई। लोमड़ी को फूलों की माला पहनाई गई। इसके बाद लोमड़ी के पिछले पैर को एक पतली रस्सी से बांध दिया गया था जबकि इस खेल में भाग लेने वाले गांववाले लोमड़ी को पकड़ने की कोशिश में उसका पीछा कर रहे थे। खेल खत्म होने के बाद लोमड़ी को जंगल में छोड़ दिया गया।