सुन्दरनगर।रोशन लाल शर्मा
एनएल एन मीडिया।न्यूज लाइव नाउ:
सलापड बटवाड़ा सड़क का निर्माण 2007 -08 से शुरू हुआ है और अब तक इसे पूरा नही किया जा सका।लगभग 2 किलोमीटर सड़क के निर्माण के बाद बन भूमि में निर्माण करने की अनुमति के बिना कार्य बंद हुआ ।5-6 साल का समय औपचारिकताओं के पूरा होने पर लग गया तब जाके एफसीए की अनुमति प्राप्त हुई।फिर काम लगा तो ठेकेदार ने अनुबंध के क़रार को खत्म होने के कारण दरों में बृद्धि मांगी ।वह शर्त विभाग ने नही मानी तो नया टेंडर काल किया गया। नए ठेकेदार को कार्य आवंटित होते होते समय लगा ।जब उसने कार्य शुरू करके आगे बढ़ाया तो एलाइनमेंट का झगड़ा वहां के निवासियों ने चला दिया।कोई पार्टी पुराने और कोई नए विद्धायक के पास जा कर अपनी अपनी गोटियां फिट करने में लग गए।हालाँकि असली मुद्दा सड़क को गणतव्य स्थान पर पहुंचाने का है जबकि इस पर से अब इस झगड़े के कारण ध्यान भटक गया है ।बटवाड़ा वासियों को सड़क की सख्त जरूरत है ।आजादी के 70 सालों में वहां पैदा हुए कई लोगों ने तो सुंदर नगर भी नही देखा होगा और इसी बीच चल बसे।अगर कोई विमार होता है तो पालकियों में लाया जाता है जबकि कई बिना चिकित्सा सुविधाओं के ओहि गुजर जाते हैं।पूर्व प्रधान गण जिसमे बेली राम ,मेहर चंद,खजाना राम ,गोविंद राम ,सुखदेइ बर्तमान प्रधान,गांधी राम उप प्रधान नार्कली देवी बीडीसी सदस्य ने आग्रह किया कि सरकार पहले उन्हें बिजली पानी,चिकित्सा, सस्ते राशन की दुकान ,दवाएं वहां उपलब्ध कराए। ताकि लोग अपना जीवन बसर सही तरीके से कर सके । जहां तक सड़क का प्रश्न है लोक निर्माण विभाग को दिशा निर्देश दिए जाएं ताकि विभागीय अधिकारी मौके पर जा कर सड़क निर्माण में आ रही समस्या का समाधान कर सड़क निर्माण के कार्य को बहाल करे।लोगों को भी चाहिए कि वह जागरुक हो कर सरकार के पास अपना पक्ष रखे और बिलम्ब का कारण पूछे और बस्तुत स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराए क्योंकि मुख्य मन्त्री खुद दुर्गम क्षेत्र का नेतृत्व कर रहे हैं और वह इस बारे हर बात की जानकारी रखते है।