संशोधित मोटर बिल से फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस पर लगेगी रोक : गडकरी
:सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि नए मोटर बिल में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए कैमरा व कंप्यूटर आधारित टेस्ट का प्रावधान किया गया है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) :सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि नए मोटर बिल में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए कैमरा व कंप्यूटर आधारित टेस्ट का प्रावधान किया गया है। इससे फर्जी ड्राइविंग लाइसेंसों पर अंकुश लगेगा तथा सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी।लोकसभा में मोटर (संशोधन) विधेयक, 2019 को चर्चा के लिए पेश करते हुए गडकरी ने कहा कि देश में 30 प्रतिशत बोगस ड्राइविंग लाइसेंस हैं। एक आदमी चार-चार लाइसेंस लेता है। इसलिए हमने इस बिल में ऑनलाइन पहचान व वेरीफिकेशन के बाद लाइसेंस देने की व्यवस्था की है। इससे फर्जी लाइसेंस बनने बंद हो जाएंगे।गडकरी ने कहा कि देश में 25 लाख ड्राइवरों की कमी है। इसे दूर करने के लिए हम हर पिछड़े राज्य को एक एक ड्राइविंग लाइसेंस इंस्टीट्यूट देंगे। इससे ट्रेंड लोग ड्राइवर बनेंगे तथा एक्सीडेंट में कमी आएगी। नेशनल रजिस्टर से लाइसेंस का कहीं भी स्थानांतरण हो सकेगा। ट्रांसपोर्ट लाइसेंस तीन की जगह पांच साल के लिए वैध होगा। अब डीएल रिन्यूवल के लिए एक वर्ष पहले अप्लाई कर सकते हैं।बिल में वाहनों की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में सुधार की व्यवस्था भी की गई है। गडकरी ने कहा कि अभी नई गाड़ी खरीदते वक्त गाड़ी को आरटीओ के पास भेजने का प्रावधान है। परीक्षण के बाद आरटीओ गाड़ी को वापस डीलर के पास भेजता है। परंतु वास्तव में ऐसा होता नहीं है। कोई गाड़ी आरटीओ के पास नहीं जाती।गाडियां डीलर के पास ही रहती हैं। डीलर किस गाड़ी के लिए आरटीओ को कितना पैसा भेजेगा इसका रेट तय है। इसे खत्म करने के लिए हमने बिल में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का प्रावधान किया है।गाडियां अब भी डीलर के पास रहेंगी किंतु टैक्स लेने, रजिस्ट्रेशन करने व नंबर देने का काम आरटीओ ऑनलाइन करेगा। इससे लाखों करोड़ों लोगों को भ्रष्टाचार से राहत मिलेगी।गडकरी ने पिछली लोकसभा में मोटर बिल पास होने और स्टैंडिंग व प्रवर समितियों की मंजूरी व संशोधन के बाद भी राज्यसभा में अटक जाने पर दुख प्रकट करते हुए हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि ‘पूरी रामायण की फिर शुरुआत हुई है और मैं फिर से आपके सामने खड़ा हूं। मुझे विश्वास है कि अब कोई मुझसे ये नहीं पूछेगा कि राम की सीता कौन थी।’