हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर भारतीय वायु सेना की 85वीं वर्षगांठ आसमान में लड़ाकू विमानों के करतब के साथ मनाई गई। वायु सेना प्रमुख बीएस धनोआ ने इस मौके पर कहा कि भारतीय वायु सेना किसी भी स्थिति का सामना करने को तैयार है। भारतीय आकाश की रक्षा करने में वायु सेना पूरी तरह से सक्षम है। वायु सेना को लगातार तकनीकी और हार्डवेयर की दृष्टि से उन्नत किया जा रहा है।
रविवार को हिंडन एयरबेस पर युद्धक लड़ाकू विमानों ने देश की ताकत का एहसास कराया। स्वदेशी युद्धक विमान ‘तेजस ने आसमान का सीना चीरकर पूरी दुनिया को भारतीय वायुसेना की युद्धक क्षमता से परिचय कराया। एयर शो के दौरान वायुसेना के लड़ाकू विमानों और डिस्पले टीम ने हवा में जमकर करतब दिखाए। एयर शो की शुरुआत वायुसेना के पहले हैलीकॉप्टर ‘टाइगर मोथ से हुई। इसके बाद हरक्यूलिस विमान आसमान का सीना चीरते हुए परेड ग्राउंड के ऊपर से गुजरे। भारी माल वाहक विमान सी-17 ग्लोब मास्टर को दुनिया के सबसे विध्वंसक माने जाने वाले सुखोई-30 युद्धक विमानों ने एस्कार्ट किया। इसके बाद जगुआर, मिग और तेजस ने आसमान में कलाबाजी दिखाई। स्वदेशी हेलीकॉप्टर सारंग ने हवा में अपना जलवा बिखेरा। सूर्यकिरण विमानों ने काफी देर तक लोगों का मनोरंजन किया।
सचिन तेंदुलकर रहे मौजूद
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भी रविवार को हिंडन एयरबेस पर हुए वायु सेना स्थापना दिवस कार्यक्रम में मौजूद रहे। सचिन तेंदुलकर वायु सेना में मानद ग्रुप कैप्टन हैं। बीते कई वर्षों से सचिन वायु सेना स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होते हैं।
41 को सम्मानित किया
वायु सेना स्थापना दिवस पर हुए कार्यक्रम में 41 वायु सैनिकों को सम्मानित किया गया। इनमें 6 वायु सेना अधिकारियों को वायु सेना मेडल(गेलेंट्री), 14 वायु सेना अधिकारियों को वायु सेना मेडल और 28 अधिकारियों को विशिष्ट सेना सेवा मेडल से सम्मानित किया गया।
मिग-21 उड़ाएंगी महिला पायलट
भारतीय वायु सेना के पहले महिला लड़ाकू विमान पायलट बैच को सबसे पहले मिग-21 उड़ाने का मौका मिलेगा। वायु सेना स्थापना दिवस कार्यक्रम के बाद प्रेस से बातचीत में वायु सेना प्रमुख ने कहा कि महिला पायलटों का पहला बैच मिग स्क्वाड्रन उड़ाएगा। देश की पहली तीन महिला लड़ाकू विमान पायलट अवनी चतुर्वेदी, भावना कंठ और मोहना सिंह अगले महीने इतिहास रचने वाली हैं। तीनों को पिछले वर्ष जुलाई में फ्लाइंग अधिकारी के तौर पर कमीशन दिया गया था। इससे पहले सरकार ने प्रयोग के तौर पर महिलाओं को युद्धक भूमिका में लाने का निर्णय किया था।
टेल रोटर टूटने से क्रेश हुआ अरुणाचल में हेलीकॉप्टर
अरुणाचल प्रदेश के तवांग में शुक्रवार को हुए एमआई-17 हेलीकॉप्टर हादसे में पांच वायुसैनिकों समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी। रविवार को वायु सेना दिवस पर पत्रकारों से वार्ता में वायु सेना प्रमुख ने कहा कि हादसे की जांच के लिए कोर्ट इंक्वायरी बैठी है। प्रथम दृष्टया हादसे की वजह हेलीकॉप्टर के टेल रोटर टूटने को माना जा रहा है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि हादसा किस वजह से हुआ।
मार्शल अर्जन सिंह के नाम रहा इस बार वायु सेना दिवस
वायुसेना का 85वां स्थापना दिवस मार्शल अर्जन सिंह के नाम रहा। वायुसेना के एकमात्र पंच सितारा मार्शल अर्जन सिंह का निधन 16 सितंबर को हुआ है। 1965 के भारत-पाक युद्ध में अपने अदम्य साहस की वजह से जिस तरह से उन्होंने भारत को अजेय बनाया, उसे आज भी याद किया जाता है।
अर्जन सिंह पहले वायुसेना प्रमुख थे, जो इस पद पर काबिज होने तक विमानों को उड़ाते थे। उन्हें 60 तरह के विमानों का उड़ाने का अनुभव प्राप्त था। भारत सरकार ने अर्जन सिंह के योगदान को सम्मानित करने के लिए जनवरी 2002 में वायुसेना के मार्शल नियुक्त किए गए। पांच सितारा पाने वाले वह एकमात्र अधिकारी हैं। यह पद थलसेना के फील्डमार्शल के समकक्ष है, जिससे केवल जनरल मानेक शॉ और जनरल करियप्पा सम्मानित हुए थे। 27 जून 2008 में मानेक शॉ के निधन के बाद अर्जन सिंह एकमात्र जीवित पंच सितारा अधिकारी थे। भारत सरकार ने अर्जन सिंह को सम्मानित करने के लिए 2016 में पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर स्थित पन्नागढ़ वायुसेना ठिकाने का नाम अर्जन सिंह वायुसेना केंद्र रखा।