महाराष्ट्र तक पहुंचीं टिड्डियां, समस्या काबू में नहीं आई तो होगा फसलों को भारी नुकसान।
खतरे को भांपते हुए मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा ने अलर्ट जारी किया है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : ओम तिवारी : कोरोना के साथ देश को टिड्डियों की समस्या भी झेलनी पड़ रही है। टिड्डी दल राजस्थान के रास्ते मध्य प्रदेश के बाद अब उत्तर प्रदेश के साथ ही महाराष्ट्र में प्रवेश कर गए हैं। इस बार इनका आकार बड़ा भी है। लॉकडाउन के चलते पूरी तरह से रोकथाम नहीं हो पाने से इनका मूवमेंट भी बढ़ा है। यही वजह है कि खतरे को भांपते हुए मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा ने अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही इनके निस्तारण के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उप्र में टिड्डियों को भगाने के बजाय नष्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। वैज्ञानिकों ने आगाह किया है कि यदि मानसून से पहले इनको खत्म नहीं किया गया तो भविष्य के लिए बड़ा खतरा पैदा हो जाएगा। मध्य प्रदेश के जिलों में नियंत्रण के लिए कीटनाशक का छिड़काव लगातार किया जा रहा है। इस कार्रवाई में बचे हुए टिड्डियों के झुंड सीधी-सिंगरौली होते हुए उत्तर प्रदेश और बैतूल के रास्ते महाराष्ट्र प्रवेश कर गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून के आते-आते टिड्डी पर पूरी तरह नियंत्रण हो जाएगा। मध्य प्रदेश के 30 से ज्यादा जिले टिड्डियों से प्रभावित हैं। मंदसौर और नीमच के रास्ते मध्य प्रदेश में आए टिड्डी दल पर केंद्र और राज्य सरकार की टीमें लगातार नजर रख रही हैं। भी कई छोटे टिड्डी दल झांसी की ओर उड़ते देख गए। एक छोटा दल सोनभद्र तक पहुंच गया। उत्तर प्रदेश राज्य कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार झांसी जिले की मोठ व गरौठा तहसील क्षेत्र में टिड्डियों ने हमला किया परंतु संख्या अधिक न होने के कारण फसलों को कम नुकसान हो पाया। नियंत्रण टीमों ने ग्रामीणों के सहयोग से टिड्डियों को भगा दिया। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही का कहना है कि टिड्डियां नुकसान न करने पाएं, इसलिए उनको भगाने के बजाय रासायनिक दवाओं का छिडक़ाव कर नष्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। झांसी में 40 प्रतिशत टिड्डियों को नष्ट करने में कामयाबी भी मिली है। टड्डियों का झुंड आगरा और हमीरपुर के करीब आ पहुंचा है। बुधवार देर शाम तक हमीरपुर के बेतवा नदी के तट पर हरियाली के चलते इनके रुकने की आशंका को देखते हुए हमीरपुर में हाई अलर्ट घोषित किया गया था। हमीरपुर से कानपुर देहात और फिर उन्नाव के रास्ते इनके लखनऊ में प्रवेश करने की आशंका जताई जा रही है। इसके चलते सभी को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश के कृषि निदेशक सौराज सिंह ने कहा कि टिड्डियों का मध्य प्रदेश की ओर अधिक जोर होने के बावजूद सीमावर्ती जिलों में पूरी सतर्कता बरती जा रही है। झांसी से भगाए गए टिड्डी दल के जालौन और हमीरपुर की ओर बढ़ने की आशंका है। इसलिए दोनों जिलों में हाई अलर्ट किया गया है। पाकिस्तान और राजस्थान सीमा से सटे होने के कारण इनका खतरा पंजाब को भी है।