मध्यप्रदेश: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को मौन धरना देंगे।
मध्यप्रदेश में इन दिनों चुनाव को लेकर बायनबाज़ी जारी है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ):मध्यप्रदेश में इन दिनों चुनाव को लेकर बायनबाज़ी जारी है।सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा उम्मीदवार इमरती देवी को आइटम तो अजय सिंह ने जलेबी बोल दिया। इन बयानों के बाद से राज्य की सियासत का पारा चढ़ गया है। इमरती देवी के सम्मान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को भोपाल में सुबह 10 बजे से 12 बजे तक दो घंटे के लिए मौन धरना देंगे। भाजपा भी अपनी प्रथ्याशी पर की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में 10 से 12 बजे तक प्रदेशव्यापी मौन धरना देगी। इंदौर में इस धरने का नेतृत्व राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया करेंगे।शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘यह केवल इमरती देवी की ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश की बेटियों/ बहनों का भी अपमान है। कमलनाथ एक बेटी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसने इतने लंबे समय तक कांग्रेस की सेवा की। यह वही देश है जहां द्रौपदी का अनादर करने पर महाभारत हुआ था। लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्हें शर्म आनी चाहिए।
शिवराज ने ने कहा, ‘सालों तक जिस बेटी ने कांग्रेस की सेवा की उसके विरुद्ध अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। क्या गरीब बेटी का अपमान किया जाएगा। क्या बहन-बेटियों का कोई सम्मान नहीं है। क्या उनके सम्मान को पैरों तले कुचला जाएगा। धिक्कार है कमलनाथ जी पर, जो इतने घटिया स्तर की राजनीति कर रहे हैं।वहीं राज्यसभा के सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ऐसे बयान महिलाओं और अनुसूचित जाति के खिलाफ कांग्रेस नेताओं की सोच दर्शाते हैं। सिंधिया ने इंदौर शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर कम्पेल कस्बे में एक चुनावी सभा में कहा, “दलित समाज की नेता और सरपंच पद से शुरूआत कर अपनी अथक मेहनत से मंत्री बनीं इमरती देवी के लिए कमलनाथ कहते हैं कि वह आइटम हैं। (कांग्रेस नेता) अजय सिंह कहते हैं कि वह जलेबी हैं।” उन्होंने कहा, “महिलाओं और अनुसूचित जाति के विरुद्ध इनकी (कांग्रेस नेताओं) यही सोच और विचारधारा है, जबकि हमारे शास्त्रों में बताया गया है कि जहां नारियों का मान-सम्मान होता है, देवता वहीं विराजते हैं।
इमरती देवी को लेकर दिए गए बयान से कमलनाथ बैकफुट पर आ गए हैं। अब उन्होंने सफाई देते हुए कहा, ‘शिवराज जी आप कह रहे हैं कमलनाथ ने आइटम कहा। हां, मैंने आइटम कहा है क्योंकि यह कोई असम्मानजनक शब्द नहीं है। मैं भी आइटम हूं आप भी आइटम हैं और इस अर्थ में हम सभी आइटम हैं। लोकसभा और विधानसभा में कार्यसूची को आइटम नंबर लिखा जाता है, क्या यह असम्मानजनक है? सामने आइए और मुकाबला कीजिए। सहानुभूति और दया बटोरने की कोशिश वही लोग करते हैं जिन्होंने जनता को छलना हो।