मजदूरों-छात्रों को वापस भेजने को 5 श्रमिक ट्रेने चलीं, वापस लौट रहे यात्रिओं के लिए जारी हुए दिशानिर्देश।
जिन लोगों को यात्रा के लिए चिह्नित किया जाएगा, उन्हें स्टेशन पर ही मास्क और सैनिटाइजर दिए जाएंगे।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : ओम तिवारी : पर्यटकों, प्रवासी मजदूरों, छात्रों को वापस उनके घर पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेने चालू हो गई हैं। लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न प्रदेशों में फंसे हुए को गृह राज्य तक पहुंचाने के लिए रेलवे ने शुक्रवार को 5 स्पेशल ट्रेनें चलाईं। रेलवे के मुताबिक, लिंगमपल्ली से हटिया, अलूवा से भुबनेश्वर, नासिक से भोपाल, जयपुर से पटना और कोटा से हटिया तक 5 श्रमिक ट्रेनें रवाना हो गई हैं। राज्य सरकारों की मांग पर गृह मंत्रालय ने इसकी मंजूरी दी है। मंत्रालय ने कहा कि स्पेशल ट्रेनों से सिर्फ उन्हीं को सफर करने की अनुमति है जिनका पंजीकरण राज्य सरकार के पास हुआ होगा। अन्य किसी को भी किसी हालत में ट्रेन में सफर करने की अनुमति नहीं होगी।
ट्रेनों से आवाजाही के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना जरूरी होगा।
ट्रेनों को पहले सैनिटाइज किया जाएगा और हर किसी की स्क्रीनिंग होगी।
घर पहुंचाने के बाद भी इनकी मेडिकल जांच की जाएगी और 14 दिन क्वारैंटाइन में रखा जाएगा।
स्पेशल ट्रेनों से यात्रा करने वाले हर यात्री को अपना फेस जरूर कवर करना होगा। जिस स्टेशन से यात्रा शुरू की जाएगी, वहां की राज्य सरकार यात्रियों के लिए खाने और पानी की व्यवस्था करेगी।
ट्रेनों का टिकट राज्य सरकार की ओर से नियुक्त किए गए नोडल अफसर को बल्क में दिया जाएगा।
जिन लोगों को यात्रा के लिए चिह्नित किया जाएगा, उन्हें स्टेशन पर ही मास्क और सैनिटाइजर दिए जाएंगे।
यात्री नॉनएसी कोचेज में यात्रा करेंगे, हर कोच के एक सेगमेंट में 6 यात्री रहेंगे, आमतौर पर यहां 8 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था होती है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन ने बताया कि जिलों को संक्रमण के मामलों के अनुसार रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटा है। देशभर में 130 जिले रेड जोन में हैं। 284 जिले ऑरेंज और 319 जिले ग्रीन जोन में हैं। रेड और ऑरेंज जोन पर स्वास्थ्य विभाग की टीम निगरानी कर रही है। खासतौर पर रेड जोन वाले जिलों में 3 मई के बाद भी सख्ती जारी रहेगी ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि संक्रमण को फैलने से रोकने में काफी हद तक सफलता मिली है। पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 1993 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 564 लोग इलाज के बाद स्वस्थ्य हुए। देश में अब तक 8888 संक्रमित मरीजों काे इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है। रिकवरी रेट में 25.37 प्रतिशत हो गया है। गुरुवार को यह 25.19% था। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लोगों को उनके घर वापस पहुंचा पाना एक चुनौती बन चुकी है।