भाजपा और लोजपा कल कर सकती हैं सीटों के बंटवारे का ऐलान।
माना जा रहा है कि जेटली ने एनडीए के गतिरोध को दूर करने के साथ ही बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी के बीच सीट शेयरिंग के फॉर्मूले को अंतिम रूप दे दिया है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : बिहार में बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सहयोगी दलों के बीच लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर अभी तक कोई फॉर्मूला तय नहीं हो सका है। केंद्रीय मंत्री और एलजेपी अध्यक्ष रामविलास पासवान और चिराग पासवान ने इसी मुद्दे पर शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के साथ संसद भवन में मुलाकात की। माना जा रहा है कि जेटली ने एनडीए के गतिरोध को दूर करने के साथ ही बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी के बीच सीट शेयरिंग के फॉर्मूले को अंतिम रूप दे दिया है। चिराग पासवान ने कहा कि बातचीत जारी है, जल्द ही सीट शेयरिंग तय कर ली जाएगी। वहीं, रामविलास पासवान के भाई व बिहार सरकार में मंत्री पशुपती पारस ने कहा कि बातचीत बहुत ही सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई है। सीट शेयरिंग को लेकर जल्दी ही घोषणा की जाएगी और आपसी नाराजगी भी दूर हो जाएगी। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक रामविलास पासवान के साथ बातचीत सही दिशा में है। सीट शेयरिंग को लेकर कोई विवाद नहीं है, आपसी सहमति बन गई है। माना जा रहा है कि शनिवार को बीजेपी, जेडीयू और पासवान मिलकर इसकी घोषणा कर सकते हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को दिल्ली आ रहे है। नीतीश बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय अरुण जेटली से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि बिहार के सीट शेयरिंग को लेकर आपसी बात होगी। इसके बाद ही सीटों की घोषणा की जाएगी। सूत्रों की मानें तो बिहार में बीजेपी और जेडीयू को 17-17 सीटें और एलजेपी को 6 सीटें मिलेंगी। बता दें कि गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष अमित शाह के साथ रामविलास पासवान की बैठक हुई थी। इस दौरान बिहार के बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव और एलजेपी सांसद चिराग पासवान भी मौजूद थे। दरअसल, पिछले कई दिनों से बिहार में सीट शेयरिंग के लेकर एनडीए के बीच मंथन चल रहा है। एलजेपी ने बीजेपी नेतृत्व के सामने ये फॉर्मूला रखा था कि बिहार में उन्हें 5 लोकसभा की सीटें और रामविलास पासवान के लिए असम से राज्यसभा की एक सीट बीजेपी अपने खाते से दे। एलजेपी को राज्यसभा सीट देने के बदले वो बिहार में अपनी एक सीट बीजेपी के लिए छोड़ देगी, लेकिन बीजेपी इस पर राजी नहीं हो रही थी। अगर एलजेपी फॉर्मूले पर भी सहमति बनती हैं, तो बीजेपी 18 सीटों पर, जेडीयू 17 सीटों और एलजेपी 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।