पुलिस के हाथों अश्वेत की मौत पट व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर दागे गए आंसू गैस के गोले।
ट्रंप प्रशासन ने दंगा भड़काने वालों की ब्रांडिंग घरेलू आतंकवादियों के तौर पर की है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : ओम तिवारी : अमेरिका में लूटपाट और दंगों का दौर जारी है। अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत और पुलिस के हाथों अन्य अश्वेत लोगों की हत्या के विरोध में चल रहे प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। रविवार को प्रदर्शनकारी व्हाइट हाउस पहुंच गए। इन्हें काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। वहीं प्रमुख अमेरिकी शहरों में कर्फ्यू लागू है।
ट्रंप प्रशासन ने दंगा भड़काने वालों की ब्रांडिंग घरेलू आतंकवादियों के तौर पर की है। इसी बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच ताजा झड़पें हुई हैं। व्हाइट हाउस के बगल में स्थित छोटे से पार्क में ये हिंसक झड़प हुई। जिसके बाद अधिकारियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और पेपर स्प्रे का इस्तेमाल किया। वहीं भीड़ ने आगजनी की और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
न्यूयॉर्क के गवर्नर और पुलिस आयुक्त ने अधिकारियों की तारीफ की न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू क्योमो और पुलिस आयुक्त डेरमोट शिया ने रविवार को शहर में प्रदर्शनकारियों के साथ घुटने टेकते हुए पुलिस अधिकारियों के एक वीडियो की प्रशंसा की। वीडियो में दिख रहा है कि पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों के साथ जॉर्ज फ्लॉयड के लिए न्याय की गुहार लगाते हुए घुटने टेके हुए हैं।
अटलांटा के दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है क्योंकि उन्होंने दो कॉलेज छात्रों के खिलााफ अत्यधिक बल का इस्तेमाल किया। अधिकारियों को लगा कि उनके पास हथियार है। घटना के वीडियो में दिख रहा है कि कॉलेज के दो युवा छात्र कार में बैठे हुए हैं तभी पुलिसवाले उन्हें टास (एक तरह का इलेक्ट्रिकल उपकरण जिससे थोड़ी देर के लिए शॉक दिया जाता है) कर देते हैं।
स्थानीय अमेरिकी नेताओं ने नागरिकों से मिनियापोलिस में एक निहत्थे अश्वेत व्यक्ति की मौत पर जारी अपने गुस्से को रचनात्मक रूप देने की अपील की है। वहीं वाशिंगटन, लॉस एंजिलिस और हाउस्टन में रात में कर्फ्यू लगाया गया। प्रदर्शन के मद्देनजर हजारों पुलिस और राष्ट्रीय रक्षक सैनिकों की तैनाती की गई है। अमरीका में चुनाव नजदीक हैं और उस पर ऐसे प्रदर्शन भी जारी हैं।