(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): पाकिस्तान पुलिस ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी के सदस्यों के नेतृत्व में भीड़ द्वारा एक हिंदू मंदिर के विध्वंस में शामिल होने के आरोप में 45 और लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही गिरफ्तारियों की संख्या 100 हो गई है। करक जिले के टेरी गांव में मंदिर ध्वस्त करने वालों में 350 से अधिक लोगों के नाम पर एफआइआर दर्ज की गई है। ये लोग मंदिर के विस्तार को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। गिरफ्तार लोगों को आतंकवाद रोधी अदालत (एटीसी) में पेश किया गया, जहां पुलिस ने आरोपियों को तीन दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है। गौरतलब है कि गत बुधवार को खैबर पख्तूनख्वा के करक जिले के टेरी गांव में बने एक मंदिर पर कट्टरपंथी उपद्रवियों की साढ़े तीन सौ से ज्यादा लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया था। इन लोगों ने मंदिर को नुकसान पहुंचाने के साथ ही परिसर में बनी संत की समाधि का भी अपमान किया था। टेरी गांव में तो हिंदुओं की संख्या बहुत कम है लेकिन आसपास के इलाकों में रहने वााले हिंदू बड़ी संख्या में इस प्राचीन मंदिर में दर्शन को आते थे। साल 1997 में भी इस मंदिर पर कट्टरपंथियों द्वारा हमला किया गया था और उसे हानि पहुंचाई थी। लेकिन बाद में इसका पुनर्निर्माण कराया गया था। अब जब मंदिर को विस्तार देने की योजना पर कार्य चल रहा था, तब इलाके के कट्टरपंथी मुस्लिम भड़क गए और उन्होंने एकजुट होकर मंदिर पर हमला कर दिया। हमले पर पाकिस्तान के मानवाधिकार संगठनों और हिंदू नेताओं ने नाराजगी जाहिर की है। घटना पर भारत सरकार ने कड़ा विरोध जताया है।प्रदेश के मुख्यमंत्री महमूद खान ने जल्द ही मंदिर का पुनर्निर्माण कराने का एलान किया है। मामले पर पक्ष प्रस्तुत करने के लिए पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पांच जनवरी को प्रांत सरकार के अधिकारियों को तलब किया है। बता दें कि पाकिस्तान में आधिकारिक तौर पर 75 लाख हिंदू रहते हैं, अनाधिकारिक रूप से इनकी संख्या 90 लाख है।