नीतीश कुमार के रुख से JD(U) में घमासान, शरद यादव से मिले पार्टी के सांसद

नई दिल्‍ली: नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ दोबारा से जुड़ने के बाद से नाराज बताए जा रहे शरद यादव ने पार्टी के सांसदों और कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की है. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार ने पार्टी के नेताओं के साथ सलाह किए बिना ही महागठबंधन अलग होने और बीजेपी के साथ जुड़ने का एकतरफा फैसला किया है. इसके चलते पार्टी के कई सांसद नाराज बताए जा रहे हैं. जेडीयू सांसद वीरेंद्र कुमार तो यहां तक कह चुके हैं कि अगर उन्‍हें जबरदस्‍ती एनडीए का समर्थन करने को कहा गया तो वो इस्‍तीफा दे देंगे.
इससे पहले गुरुवार को शपथ ग्रहण समारोह में जदयू के वरिष्‍ठ नेता शरद यादव(70) की गैर मौजूदगी चर्चा का विषय रही. पिछले 24 घंटे में बिहार के सियासी ड्रामे के बीच शरद यादव की चुप्‍पी भी काबिलेगौर रही. इस पूरे सियासी घटनाक्रम के बीच शरद यादव ने खामोशी अख्तियार कर रखी है. सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार के एनडीए में जाने से शरद यादव नाराज बताए जा रहे हैं. संभवतया यही वजह रही कि गुरुवार को नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्‍सा लेने के लिए शरद यादव पटना नहीं गए. इस दौरान वह दिल्‍ली में ही मौजूद रहे. उनके अलावा जदयू के सांसद अली अनवर और वीरेंद्र कुमार भी नीतीश के कदम से नाराज बताए जा रहे हैं.
एनडीए से जोड़ा नाता
इस बीच बुधवार को नीतीश कुमार के इस्‍तीफे के बाद ही बिहार में महागठबंधन की सरकार खात्‍मा हो गया. उसके तत्‍काल बाद नीतीश कुमार को बीजेपी का साथ मिल गया और उन्होंने गुरुवार को सुबह 10 बजे दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. वहीं सुशील मोदी ने डिप्टी सीएम की शपथ ली. शपथग्रहण के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने बिहार के हित में फैसला लिया है. मेरी जवाबदेही बिहार के प्रति है. वक्त आने पर सबको जवाब दूंगा.

नीतीश कुमार ने हमें धोखा दिया- राहुल गांधी
नीतीश के शपथ ग्रहण के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि नीतीश कुमार ने हमें धोखा दिया है. स्वार्थ के लिए लोग कुछ भी कर जाते हैं.उन्होंने कहा, “मैं पहले ही जान गया था कि यह (महागठबंधन) ज़्यादा देर तक नहीं चल पाएगा… हिन्दुस्तान की राजनीति की यही समस्या है कि राजनेता स्वार्थ के लिए कुछ भी कर जाते हैं… जो जनादेश मिला था, वह सांप्रदायिकता के खिलाफ था, लेकिन अब…”

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