दुनिया के सबसे लंबे ट्रैफिक टनल का निर्माण हुआ पूरा, भारत-चीन सीमा पर तेज़ी से पहुँचेगा सैन्य सजोसामान
अटल टनल अब उद्घाटन के लिए तैयार है। इस टनल प्रोजेक्ट का ऐलान वर्ष 2000 के जून में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : चीन-भारत सीमा पर सैन्य साजोसामान पहुँचाने का समय तेज़ी से घटने वाला है। इस माह भारत दुनिया का सबसे लंबा काफी ऊंचाई वाला ट्रैफिक टनल खोलने जा रही है। बता दें कि भारत-चीन सीमा पर मई महीने से ही तनाव जारी है। हिमाचल प्रदेश में 9 किमी लंबा अटल रोहतांग सुरंग है समुद्र की सतह से यह 3000 मीटर की ऊंचाई पर है चीफ इंजीनियर पुरुषोत्तम ने इसका निर्माण कार्य चुनौतीपूर्ण बताते हुए कहा कि दोनों देशों को जोड़ने वाली यह सड़क पूरे साल नहीं खुली रहती थी। लाहौल बर्फबारी के कारण लगभग छह माह तक देश के बाकी हिस्सों से कटा रहता था, अब 12 महीने कनेक्टिविटी रहेगी।
महत्वाकांक्षी अटल सुरंग, लेह और लद्दाख के आगे के क्षेत्रों को सभी मौसम की कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। 80 किमी प्रतिघंटे की गति से प्रतिदिन 5000 वाहन गुजरने की इस टनल की क्षमता है।
यह अटल रोहतांग टनल उद्घाटन के लिए तैयार है। अटल टनल अब उद्घाटन के लिए तैयार है। इस टनल प्रोजेक्ट का ऐलान वर्ष 2000 के जून में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी। इस टनल के निर्माण की जिम्मेदारी सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को सौंपा गया था। 3,200 करोड़ रुपये की लागत वाली सुरंग के बनने से मनाली और लेह के बीच की 464 किमी की दूरी घट जाएगी। जिससे 8 घंटे के वक्त में 2 से ढाई घंटे तक के समय की बचत होगी।
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ बढ़े तनाव के बीच भारतीय सेना की पुख्ता तैयारी हो गई है। सर्दियों में सेना यहां किस तरह प्रबंध करेगी इसे लेकर गर्म कपड़े, राशन, टेंट और हीटर तक की व्यवस्था कर ली गई है। इसके अलावा भी सेना ने अन्य सामान का स्टॉक पूरा कर लिया है। फॉरवर्ड पोस्टों तक सभी सामान पहुंचा दिया गया है। यह तनल देश की रक्षा में अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगी।