दिल्ली : रामलीला मैदान में बनी 5000 kg खिचड़ी, बना वर्ल्ड रिकॉर्ड !
नागपुर के शेफ विष्णु मनोहर ने अपनी टीम के साथ मिलकर छह सौ किलो चावल और चार सौ किलो दाल से यह खिचड़ी बनाई
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : कई आंदोलन व बदलाव का गवाह रहे रामलीला मैदान के नाम एक और उपलब्धि जुड़ने जा रही है। रविवार को यहां आयोजित भाजपा के भीम महासंगम में एक पात्र में पांच हजार किलोग्राम खिचड़ी बनाकर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का दावा किया गया। नागपुर के शेफ विष्णु मनोहर ने अपनी टीम के साथ मिलकर छह सौ किलो चावल और चार सौ किलो दाल से यह खिचड़ी बनाई। फिलहाल, एक ही पात्र में सबसे ज्यादा खिचड़ी बनाने का रिकॉर्ड भारत के ही संजीव कपूर के नाम है।नवंबर 2017 में इंडिया गेट पर आयोजित वर्ल्ड फुड फेस्टिवल में संजीव कपूर ने एक ही पात्र में 918 किग्रा खिचड़ी बनाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराया था। इससे पहले विष्णु मनोहर 57 घंटे तक लगातार भोजन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं।वहीं, नासिक के पास उन्होंने 35 सौ किलोग्राम बैंगन का भर्ता बनाया था। उनका कहना है कि वह इस तरह के रिकॉर्ड भारतीय व्यंजनों को बढ़ावा देने और नई पीढ़ी को अपने पारंपरिक खानपान से रूबरू कराने के लिए बनाते हैं, ताकि सभी इन व्यंजनों के माध्यम से भारतीय संस्कृति पर गर्व करें। इसके साथ ही उनका उद्देश्य इसके माध्यम से शाकाहार को बढ़ावा देना भी है।उन्होंने बताया कि वह इन दिनों घर-घर से चूड़ा इकट्ठा करके दिवाली में व्यंजन बनाकर गरीबों में बांटने की योजना में लगे हुए हैं। इसी बीच उन्हें दिल्ली भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा की तरफ से रामलीला मैदान में खिचड़ी बनाने का यह प्रस्ताव मिला, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।मनोहर ने बताया, वह अपने दो भाई प्रवीण मनोहर व प्रफुल्ल मनोहर के साथ 12 लोगों की टीम लेकर नागपुर से दिल्ली आए हैं। उनकी सहायता के लिए दिल्ली से भी 40 लोग तैनात किए गए थे। पांच हजार किलो खिचड़ी बनाने के लिए 60 फीट ब्यास व छह फीट गहराई वाले पात्र को उपयोग में लाया गया।उनका कहना है कि लकड़ी के प्रयोग से तीन घंटे में ही खिचड़ी बन जाती, लेकिन रसोई गैस से छह घंटे का समय लगा। छह फीट ब्यास और डेढ फीट ऊंचाई वाले स्टोव स्टैंड का प्रयोग किया गया। तीन लाख परिवारों से एकत्र किए गए चावल, दाल और अन्य सामग्री से यह समरसता खिचड़ी तैयार की गई। खिचड़ी बनाने में चना, अरहर और मूंग दाल का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने बताया कि पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई है, ताकि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के लिए दावेदारी की जा सके।