दलाई लामा ने कहा – भविष्य में महिला भी हो सकती है दलाई लामा
भविष्य में कोई महिला भी दलाई लामा हो सकती है। यह बात खुद मौजूदा दलाई लामा ने कही है। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म बहुत उदार है और महिला व पुरुष दोनों के लिए इसमें समान अधिकार हैं

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : भविष्य में कोई महिला भी दलाई लामा हो सकती है। यह बात खुद मौजूदा दलाई लामा ने कही है। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म बहुत उदार है और महिला व पुरुष दोनों के लिए इसमें समान अधिकार हैं, ऐसे में हो सकता है कि महिला दलाई लामा भविष्य में हो। शुक्रवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में दलाई लामा ने कहा कि बौद्ध धर्म में महिला व पुरुष दोनों को समान अधिकार हैं। ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि भविष्य में महिला के रूप में दलाई लामा हो।उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म ने दोनों लिंगों को समान अधिकार दिए हैं और तिब्बत तथा भारत में महिलाएं भी पंथ प्रमुख रह चुकी हैं। दलाई लामा ने कहा, ‘करीब 15 साल पहले महिलाओं के लिए एक फ्रांसीसी पत्रिका की संपादक ने मेरा साक्षात्कार लिया। उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या भविष्य में कोई महिला दलाई लामा हो सकती है। मैंने कहा था, हां। अगर भविष्य में महिला ज्यादा प्रभावी हुई तो निश्चित तौर पर हां। बौद्ध परंपरा काफी उदार है।’दलाई लामा के इस बयान के बाद एक बार फिर उनके अगले अवतार को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। कुछ साल पहले चीन ने खुद अगला दलाई लामा तय करने का दावा किया था, इसके बाद दलाई लामा ने यह बात कही थी कि उनका अगला अवतार होगा या नहीं इस बारे वह 90 साल की आयु में तय करेंगे। अब इस बयान से साफ लग रहा है कि भविष्य में एक महिला के रूप में दलाई लामा का अगला अवतार हो सकता है।हर दलाईलामा अपनी मौत से पहले कुछ संकेत वरिष्ठ लामाओं को देकर जाते हैं, जिससे उनके अगले अवतार की पहचान आसानी से की जा सके। मौजूदा समय में यह परंपरा 14वें दलाईलामा तक पहुंची है। मौजूदा दलाई लामा ने इस बारे पहले भी स्पष्ट किया है कि वह अपने अगले अवतार के बारे 90 वर्ष की आयु में निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा है कि तिब्बती बौद्ध परंपराओं के उच्च लामाओं, तिब्बती समेत तिब्बती बौद्ध धर्म का पालन करने वाले संबंधित लोगों से विचार विमर्श के बाद ही वह निर्णय लेंगे कि दलाई लामा की परंपरा को जारी रखना चाहिए या नहीं। दलाई लामा ने कुछ साल यह भी कहा था कि इस विषय में वह स्पष्ट लिखित निर्देश छोड़कर जाएंगे। जाहिर है वह बार-बार चीन को भी स्पष्ट कर चुके हैं कि अगला दलाई लामा भी वह ही खुद तय करेंगे। क्योंकि तिब्बती अनुयायी परंपरा के अनुसार उसे ही दलाईलामा मानेंगे, जिस पर मौजूदा अवतार की मुहर होगी।मौजूदा दलाईलामा का असली नाम तेजिंन ग्यात्सो है। तेजिंन ग्यात्सो बनने से पूर्व यह नाम था, ल्हामो थोंडुंप। इसका तिब्बती भाषा में अर्थ हुआ मनोकामना करने वाला। 6 जुलाई 1935 को उत्तरी तिब्बत में आमदो के एक छोटे से गांव तकछेर में एक किसान परिवार में एक बालक का जन्म हुआ। उस समय उस बच्चे के व्यवहार को देखते हुए उन माता पिता ने उस बच्चे को ल्हामो थोंडुंप का नाम दिया। दो वर्ष की आयु में ल्हामो थोंडुंप की पहचान तिब्बत के वरिष्ठ लामाओं ने तेरहवें दलाई लामा थुबतेन ग्यात्सो के अवतार के रूप में की। थुबतेन ग्यात्सो ने जो संकेत अपनी मौत से पहले दिए थे। उन संकेतों से ही 14वें दलाईलामा की पहचान हुई थी।