तीन दिन तक डराने के बाद दिल्ली में अब घट रहा है यमुना का जलस्तर।
तीन दिन पहले हथिनी कुंड बैराज से करीब 8.27 लाख क्यूसेक पानी यमुना में छोड़े जाने के बाद एक बार फिर से लगने लगा था कि दिल्ली में यमुना बाढ़ का रेकॉर्ड बनाएगी।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : तीन दिन तक दिल्ली को डराने के बाद अब यमुना नदी का जलस्तर कम होने लगा है। यमुना का जलस्तर छह घंटे तक स्थिर रहने के बाद घटने लगा है। आशंका जताई जा रही थी कि नदी का जलस्तर 207 मीटर पार कर जाएगा, लेकिन अब उसका स्तर घटने लगा है। यमुना का जलस्तर घटने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है। संतोष की बात यह है कि हथिनी कुंड बैराज से फिलहाल बहुत अधिक पानी नहीं छोड़ा जा रहा है, इसलिए अब दिल्ली में बाढ़ की संभावना खत्म होती नजर आ रही है। तीन दिन पहले हथिनी कुंड बैराज से करीब 8.27 लाख क्यूसेक पानी यमुना में छोड़े जाने के बाद एक बार फिर से लगने लगा था कि दिल्ली में यमुना बाढ़ का रेकॉर्ड बनाएगी। इतने अधिक पानी को देखते हुए शासन ने कमर कस ली थी और डूब क्षेत्र से हजारों लोगों को उठाकर उन्हें सरकारी कैंपों में भेजा गया था। केंद्रीय जल आयोग ने संभावना जताई थी कि आज सुबह यमुना का जलस्तर 207 मीटर को पार कर सकता है, जिसके बाद बाढ़ के हालात भयावह होंगे। सूत्र बताते हैं इस आशंका को देखते हुए सरकार ने कल शाम एनडीआरएफ को अलर्ट मोड में डाल दिया था। इसके अलावा विभिन्न पुश्तों पर और टैंटों के इंतजाम भी कर दिए थे। लेकिन अब नजारा बदलता दिखाई दे रहा है और ऐसा लग रहा है कि अब बाढ़ का रौद्र रूप देखने को नहीं मिलेगा और यमुना धीरे-धीरे शांत होती चली जाएगी। आयोग सूत्रों के अनुसार सुबह पांच बजे यमुना का स्तर अधिकतम 206.60 मीटर पर पहुंच गया था। यह स्तर करीब छह घंटे तक इतना ही रहा, जिसके बाद संभावना बनने लगी कि यमुना का स्तर घटेगा। दूसरी ओर सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग को पल्ला यूनिट ने यमुना का जलस्तर घटने की सूचना दी है, जिसके बाद बाढ़ में जुटे विभिन्न विभागों ने राहत की सांस ली। आयोग ने जानकारी दी है कि दोपहर एक बजे तक यमुना का जलस्तर घटकर 206.55 तक आ सकता है और इसमें लगातार कमी आती रहेगी। उसका कारण यह है कि हथिनी कुंड बैराज से बहुत सुबह मात्र 16 हजार क्यूसेक पानी ही छोड़ा गया है। आयोग का कहना है कि चूंकि पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश की संभावना नहीं है, इसलिए अब लग रहा है कि हथिनी कुंड बैराज से पानी कम ही छोड़ा जाएगा और इसमें लगातार कमी आती रहेगी। यह पूछे जाने पर कि यमुना का जलस्तर 207 मीटर तक क्यों नहीं पहुंचा, आयोग के एक अधिकारी का कहना है कि असल में हरियाणा में यमुना का पानी बहुत अधिक फैल गया और वह उन इलाकों में भी घुस गया, जहां पहले नहीं जा पाता था, इसके चलते यमुना का जलस्तर घोषित स्तर तक नहीं पहुंच पाया। यमुना नदी का जलस्तर कब तक नीचे आएगा यहाँ पूछे जाने पर उन्होंने बताया कल शाम तक जलस्तर घटने की उम्मीद की जा सकती है।