जिस ऑफिस में महिलाओं की संख्या होती है 40% से ज्यादा, वहां के आउटपुट में होती है बढ़ोतरी !
ऑफिस में महिलाओं की अच्छी संख्या ही उनके अच्छे प्रदर्शन को बढ़ावा देती है। मतलब कि अगर महिलाओं की संख्या ज्यादा है तो उनका प्रदर्शन भी अच्छा होगा
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : ऑफिस में महिलाओं की अच्छी संख्या ही उनके अच्छे प्रदर्शन को बढ़ावा देती है। मतलब कि अगर महिलाओं की संख्या ज्यादा है तो उनका प्रदर्शन भी अच्छा होगा। कम महिलाएं हैं तो उनका प्रदर्शन भी कम बेहतर होगा। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने दुनियाभर की 36 कंपनियों पर शोध किया। नतीजा यह निकला कि अगर ऑफिस में महिलाओं की संख्या 40% तक है तो इससे हर एक महिला का प्रदर्शन 28% तक बेहतर होता है।हार्वर्ड के शोध का विषय था- ‘क्या ऑफिस में महिलाओं के प्रदर्शन का उनकी संख्या से कोई वास्ता है?’ इसके लिए रिसर्च टीम ने दो समूह बनाए। पहले समूह में वे महिलाएं थीं, जिनके ऑफिस में महिलाओं की कुल संख्या 30-35% तक थी। दूसरे समूह में वे महिलाएं थीं, जिनके ऑफिस में महिलाओं की संख्या 40% या उससे ज्यादा थी।दोनों समूह की महिलाओं के ऑफिस में प्रदर्शन का अध्ययन किया गया। पता चला कि पहले समूह की महिलाओं के नौकरी में अच्छा काम करने और एक साल से ज्यादा टिकने की उम्मीद 55% तक ही थी। जबकि, दूसरे समूह की महिलाओं में ये आंकड़ा 83% तक पहुंच गया। यानी संख्या बढ़ने के साथ 28% का इजाफा होता है।शोध में करीब 15% महिलाओं ने स्वीकार किया कि वे ऑफिस में महिला साथियों की कम संख्या की वजह से अपनी बात रखने में हिचकिचाती हैं। वहीं पुरुषों में ये आंकड़ा 7% से भी कम रहा। ये भी पता चला कि अच्छी संख्या में महिला साथियों की मौजूदगी होने से सभी महिलाओं के साल-दर-साल प्रदर्शन में 2.5 गुना तक इजाफा होता है।रिसर्च में ये भी सामने आया कि दुनिया में कुल डॉक्टरों में महिलाओं की हिस्सेदारी 35% तक है, जो किसी सेक्टर में सबसे ज्यादा है। वहीं कम्प्यूटर साइंस में ये आंकड़ा 18% और कॉरपोरेट जगत में महज 11% ही है।महिलाओं की संख्या में बड़ा अंतर अलग-अलग फील्ड में उनके प्रदर्शन को भी प्रभावित करता है। यही वजह है कि मेडिकल में तो ज्यादातर महिलाएं सर्जन की पोजिशन तक पहुंच जाती हैं, लेकिन कॉरपोरेट जगत में कम महिलाएं ही सीईओ पद तक पहुंच पाती हैं।