जम्मू में 15 देशों के राजनयिकों के सामने कश्मीरी पंडितों ने ‘फ्री कश्मीर फ्रॉम इस्लामिक टेररिज्म’ का पोस्टर लहराया।
जब राजनयिक टाउनशिप की ओर जा रहे थे, तभी दो कश्मीरी पंडित फ्री कश्मीर फ्रॉम इस्लामिक टेररिज्म का पोस्टर लिए देखे गए।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : 15 देशों के राजनयिकों के सामने कश्मीरी पंडितों ने अपने ढंग से अपनी बात रखी। जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए 15 देशों के राजनयिक जम्मू कश्मीर पहुंचे हुए हैं। अपने दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को ये राजनयिक जम्मू के जगती प्रवासी टाउनशिप पहुंचे। जब राजनयिक टाउनशिप की ओर जा रहे थे, तभी दो कश्मीरी पंडित फ्री कश्मीर फ्रॉम इस्लामिक टेररिज्म का पोस्टर लिए देखे गए। गुरुवार को विदेशी राजनयिकों का प्रतिनिधिमंडल श्रीनगर पहुंचा, जहां से उनको सेना के 15 कोर मुख्यालय में ले जाया गया, जहां उन्हें सेना के शीर्ष कमांडरों द्वारा कश्मीर में सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दी गई। विदेशी राजनयिकों के प्रतिनिधिमंडल ने सिविल सोसायटी के सदस्यों और स्थानीय मीडिया से भी मुलाकात की। भारत सरकार ने इन विदेशी राजनयिकों को कश्मीर के जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए भेजने की व्यवस्था की है। यूरोपीय संघ के राजनयिक इस बार प्रतिनिधिमंडल में शामिल नहीं हुए हैं। गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया था कि यूरोपीय संघ के राजनयिकों ने इस विदेशी प्रतिनिधिमंडल बनने से इनकार कर दिया था। हालांकि यूरोपीय संघ ने विदेशी राजनयिकों के प्रतिनिधिमंडल को कश्मीर भेजने का स्वागत किया है। आपको बता दें कि मोदी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 को हटा दिया था, जिसके बाद से कश्मीर का दौरा करने वाला यह दूसरा विदेशी प्रतिनिधिमंडल है। इससे पहले अक्टूबर 2019 में एक यूरोपीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने कश्मीर का दौरा किया था, लेकिन तब सवाल उठाए गए थे कि जब भारतीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को कश्मीर जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो फिर विदेशी प्रतिनिधिमंडल के दौरा करने का क्या मतलब बनता है?