ग्रीनलैंड का ट्रम्प को जवाब, कहा हम बिकाऊ नहीं है ।
ग्रीनलैंड ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से कहा कि हमारा द्वीप व्यापार करने के लिए है न की खरीदने के लिए ।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : ग्रीनलैंड ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से कहा कि हमारा द्वीप व्यापार करने के लिए है न की खरीदने के लिए । ट्रम्प ने ग्रीनलैंड खरीदने की इच्छा जताई थी। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प इसको लेकर गंभीर हैं और उन्होंने इस संबंध में व्हाइट हाउस के सलाहकारों से राय ली है। सितंबर में ट्रम्प कोपेनहेगन (डेनमार्क) की यात्रा पर जाने वाले हैं। ग्रीनलैंड डेनमार्क के अधिकार क्षेत्र में आता है। ट्रम्प की योजना को डेनमार्क के कई राजनेताओं ने भी खारिज कर दिया। देश के पूर्व प्रधानमंत्री लार्स लोके रासमुसेन ने ट्वीट किया, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति की योजना अप्रैल फूल मजाक से ज्यादा नहीं है। यह बकवास है।वहीं, ग्रीनलैंड के प्रीमियर किम कीलसेन ने साफ किया, ‘‘हमारा द्वीप अमेरिका समेत किसी भी देश से कारोबार और सहयोग के लिए खुला हुआ है। द्वीप किसी भी तरह से बेचा नहीं जाएगा।’’ ग्रीनलैंड की एक सांसद आजा चेमनिट्ज ने कहा, ‘‘हमारे द्वीप के खरीदे जाने योजना पर ट्रम्प को शुक्रिया। हम डेनमार्क से बेहतर और बराबरी पार्टनरशिप बनाए रखेंगे।’’ ग्रीनलैंड के अखबार सर्मितसियाक के एडिटर-इन-चीफ पॉल क्रारुप के मुताबिक, ‘‘डेनमार्क के अधिकार क्षेत्र में आने वाला हमारा द्वीप एक स्वायत्तशासी क्षेत्र है। यह पहली बार नहीं है जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने ग्रीनलैंड को लेकर अपनी इच्छा जताई हो। इससे पहले 1946 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी ट्रुमैन ने डेनमार्क से 10 करोड़ डॉलर में इस बर्फीले द्वीप को खरीदने की कोशिश की थी। ग्रीनलैंड के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में अमेरिकी वायुसेना का अड्डा है, जहां करीब 600 सैनिक तैनात हैं। ग्रीनलैंड डेनमार्क का एक स्वायत्त क्षेत्र है। करीब आठ लाख 11 हजार वर्ग मील (करीब 28 हजार वर्ग किमी) में फैला हुआ ग्रीनलैंड एक विशालकाय द्वीप है। ग्रीनलैंड का 85% भाग 1.9 मील मोटी (3 किमी) बर्फ की चादर से ढका है। इसमें दुनिया का 10% ताजा पानी है। यहां लगभग 57,000 लोग रहते हैं। यह उत्तर अटलांटिक और आर्कटिक महासागर के बीच में है। ग्रीनलैंड जलवायु परिवर्तन के संकट से परेशान है और साथ ही ग्रीन लैंड अपने पर्यावरण से जुडी समस्या को लेकर भी जूझ रहा है ।