गलवान घाटी पर चीन का झूठ, कहा- यहाँ सालों से हमारे सैनिक देते हैं पहरा।
950 के बाद चीन ने पहली बार गलवान वैली क्षेत्र पर दावा किया है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : भारत चीन का सीमा विवाद अभी जारी है और चीन द्वारा लगातार घटिया हरकतें जारी हैं। पूर्वी लद्दाख इलाके में स्थित गलवान वैली में हुई हिंसक झड़प का दोष चीन ने भारत पर मढ़ा है। शुक्रवार आधी रात चीनी दूतावास की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारतीय सेना ने 6 जून को कमांडर स्तर की बातचीत को नकारते हुए एलएसी ( Line Of Actual Control) को क्रॉस किया और चीनी सैनिकों पर हमला बोला। चीन ने कहा कि चीनी सैनिक गलवान इलाके में हमारे सैनिक गश्त कर रहे थे और उसी वक्त भारतीय सेना के जवानों ने चीन की सेना पर हमला बोला। 1950 के बाद चीन ने पहली बार गलवान वैली क्षेत्र पर दावा किया है। चीन ने कहा कि वहां कई सालों से उसके सैनिक पेट्रोलिंग कर रहे हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, ‘भारतीय पक्ष ने 6 जून को वादा किया था कि वे गलवान नदी को पेट्रोलिंग और सुविधाओं के निर्माण के लिए पार नहीं करेंगे। मंत्रालय की ओर से कहा, ’15 जून की शाम को कमांडर स्तरीय बैठक में हुए समझौते का उल्लंघन करते हुए भारत की अग्रिम पंक्ति के सैनिकों ने एलएसी को जानबूझकर उकसाने के लिए पार किया’। उन्होंने कहा कि गलवान वैली की स्थिति पहले से सुधर चुकी थी, लेकिन भारत की ओर से हुई कार्रवाई के साथ यहां की स्थिति फिर तनावपूर्ण हो गई।ये तस्वीरें साफ करती हैं कि कैसे चीन ने 10 दिनों भीतर विश्वासघाट किया है। चीन ने डी-एस्केलेशन प्रक्रिया के बीच अपने सैन्य निर्माण को तेज कर दिया है। चित्र दिखाते हैं कि चीनी सैनिकों को तीन भागों में बांटा गया है। फॉरवर्ड बिल्ड अप के बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) की ओर निर्देशित दो ट्रेल्स हैं। मंगलवार से प्राप्त चित्रों में सैकड़ों सैन्य वाहनों को दिखाया गया है जो चीनी ओर अस्तर के साथ-साथ चीनी निशान के मध्य और पिछड़े भागों में बांटे गए हैं।
भारत और चीन की सेनाओं के बीच रविवार रात को खूनी झड़प हुई थी। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हुए थे जबकि खबर के मुताबिक चीन के 40 से ज्यादा जवानों को मार गिराया गया। जिस जगह पर ये झड़प हुई है वहां की तस्वीर सामने आई है।
गलवान रिवर के आसपास का हिस्सा
सैटेलाइट से तस्वीरें मिलने के बाद चीन की नापाक चाल सामने आ गई है। चीन लगातर भारतीय इलाकों में घुसपैठ करना चाहता है। कई तस्वीरों में चीन के सैन्य वाहनों को भी देखा गया और आर्मी कैंप भी नजर आ रहे हैं। यह भी साफ़ दिख रहा है की चीन ने सड़क चौड़ी की है जिससे भारी वाहन वाहन से निकल पाएँ।