नई दिल्ली। महाजाम से देश-विदेश में ब्रांड गुड़गांव की इमेज मिट्टी में मिलाने के बाद अब हरियाणा सरकार की नींद टूटी है। मनोहर लाल सरकार को इतने दिनों बाद साइबर सिटी गुड़गांव के महाजाम के इलाज की दवा मिली है। सरकार ने जाम का सबसे बड़ा दुश्मन नियमों का उल्लंघन करने वाले ऑटो को माना है। नए सीपी संदीप खिरवार को ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने पर प्राथमिकता देने को कहा गया है। इसलिए उन्होंने कार्यभार ग्रहण करते ही जाम की जड़ बन चुके ऑटो वालों पर शिकंजा कस दिया है।
दो दिन में पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 2200 ऑटो पर शिकंजा कस दिया है। लगभग 700 ऑटो इम्पाउंड किए गए। 1364 का चालान किया गया। जबकि 131 टो किए गए। कार्रवाई शनिवार को भी जारी है। विशेष बात यह है कि इन ऑटो को चालान भरने के बाद ही छोड़ा जाएगा, जब ऑटो का असली मालिक ऑटो के कागजात लेकर आएंगे।
हर चौक-चौराहे पर पुलिसकर्मी खड़े किए गए हैं ताकि कोई ऑटो चालक नियम तोड़कर अन्य वाहन चालकों को परेशानी में न डाल पाए। शहर के लोगों और पुलिस का मानना है कि शहर के अंदर जाम की जो समस्या है उसके पीछे सबसे बड़ा कारण यही ऑटो वाले हैं। आधी सड़क पर इन्हीं का कब्जा रहता है। कहीं भी ऑटो खड़े कर देते हैं। बिना स्टॉप के रोकते हैं। तय मानक से ज्यादा सवारियां बैठाते हैं।
पुलिस के मुताबिक यह देखा गया है कि शहर की विभिन्न सड़कों पर लापरवाही से व अनियंत्रित चल रहे ऑटो ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करते हैं तथा जाम का कारण बन जाते हैं। इससे जाम तो लगता ही है इसके अतिरिक्त आमजन को भी कठिनाई झेलनी पड़ती है। गुडगांव ट्रैफिक पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ऐसे ऑटो चालकों के विरुद्ध विशेष अभियान शुरु किया है।