क्रिप्टोकरेंसी पर चीन के वार का क्या है कारण ?
जानकारों का कहना है कि क्रिप्टो करेंसी के मूल्य में उतार-चढ़ाव इन दिनों ज्यादा अस्थिर हो गया है। इसी को देखते हुए अमेरिकी उद्यमी एलन मस्क ने बिटकॉइन का इस्तेमाल रोक दिया है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): क्रिप्टोकरेंसी पर चीन का वार हुआ है। जानकारों के मुताबिक ये कदम बाजार में स्थिरता लाने के लिए उठाया गया है। साथ ही इसके जरिए चीन प्राइवेट क्रिप्टो करेंसियों और अपनी सरकारी डिजिटल करेंसी के बीच फर्क साफ करना चाहता है।
चीन के नेशनल इंटरनेट फाइनेंस एसोसिएशन ने अपने तमाम सदस्यों के लिए चेतावनी जारी की है कि वे तमाम प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी से दूर रहें। एसोसिएशन एक सरकारी संस्था है। चीन में वित्तीय सेवाएं देने वाली तमाम इंटरनेट कंपनियां, चीन के बैंकों का संघ और पेमेंट एंड क्लीयरिंग एसोसिएशन ऑफ चाइना इस एसोसिएशन के सदस्य हैँ। उसकी चेतावनी का मतलब यह है कि चीन में ये तमाम संस्थाएं और सेवाएं अब बिटकॉइन जैसी प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करने से बाज आएंगी। क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल ट्रेडिंग या टोकन आधारित डेरिविएटिव ट्रेडिंग के लिए होता रहा है। एसोसिएशन ने अब कहा है कि ये तमाम गतिविधियां अब चीन में अपराध होंगी।
चीन के सरकारी बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने इस एलान के बाद सफाई दी कि क्रिप्टो करेंसी को लेकर वित्तीय धोखाधड़ी या मनी लॉन्ड्रिंग की जो चिंताएं जताई जाती हैं, उसे लेकर ये बैंक सचेत रहा है। लेकिन जानकारों का कहना है कि क्रिप्टो करेंसी के मूल्य में उतार-चढ़ाव इन दिनों ज्यादा अस्थिर हो गया है। इसी को देखते हुए अमेरिकी उद्यमी एलन मस्क ने बिटकॉइन का इस्तेमाल रोक दिया है। जबकि उन्होंने बीते फरवरी में 1.5 अरब डॉलर के बिटकॉइन की खरीदारी की थी। साथ ही उन्होंने कहा था कि उनकी कंपनी टेस्ला की कारें बिटकॉइन के जरिए खरीदी जा सकेंगी।
एलन मस्क का समर्थन मिलने के कारण बिटकॉइन के दाम में जबर्दस्त उछाल आया था। डॉगकॉइन और दूसरी क्रिप्टो करेंसी के दाम भी इससे उछले। लेकिन हाल में बिटकॉइन की कीमत में काफी गिरावट आई है। एक बार सिर्फ एक दिन में उसकी कीमत 3.4 फीसदी गिर गई। मध्य अप्रैल के बाद से उसकी कीमत लगभग एक तिहाई कम हो गई है।
चीन के नेशनल इंटरनेट फाइनेंस एसोसिएशन ने अपने आदेश में किसी खास क्रिप्टो करेंसी का जिक्र नहीं किया। लेकिन उसने इसका उल्लेख किया कि हाल में क्रिप्टो करेंसी के मूल्य में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया है। जानकारों का कहना है कि एसोसिएशन के इस कदम के बाद चीन में व्यावहारिक रूप से तमाम प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल रुक जाएगा। चीन के बैंक और वित्तीय संस्थाऩ इन्हें अब स्वीकार नहीं करेंगे। ऐसी क्रिप्टो करेंसी के मामले में चीन सरकार का रुख हमेशा से सख्त रहा है। 2013 में उसने बिटकॉइन का इस्तेमाल रोक दिया था। तब एक बिटकॉइन की कीमत एक हजार डॉलर से भी कम थी। आज एक बिटकॉइन की कीमत लगभग 40 हजार डॉलर है।
हाल में चीन में बिटकॉइन का इस्तेमाल काफी बढ़ रहा था। माना जाता है कि बिटकॉइन का जितना उपयोग दुनिया में होता है, उसका 70 फीसदी हिस्सा चीन के पते वाले इंटरनेट अकाउंट्स के जरिए होता है। इस तरह बिटकॉइन की कीमत बढ़ाने में चीन के लोगों की बड़ी भूमिका रही है। लेकिन अब ये पूरी सूरत बदल सकती है। चीन में जिन कारोबारियों ने बिटकॉइन में बड़ा निवेश कर रखा है, उनमें से कई ने ताजा सरकारी कदम का स्वागत किया है। क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वाले कारोबारी जेफरी रेन ने हांगकांग के अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट से कहा- हाल में डॉगकॉइन, शिबा कॉइन आदि जैसी मुद्राओं के दाम में तेजी से उतार-चढ़ाव आता रहा है। उसे देखते हुए अब दी गई चेतावनी जरूरी, महत्वपूर्ण और सही समय पर उठाया गया कदम है।