(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : कोरोना के खिलाफ 16 जनवरी से देश में टीकाकरण का महाअभियान शुरू हो रहा है, जिसके लिए आज सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रेजेनेका कोविड-19 वैक्सीन की पहली खेप सरकार को भेज दी है, जिसे आज से प्लेन के जरिए देशभर के लोकेशन पर पहुंचाया जा रहा है। इस खास मैके पर पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ आदर पूनावाला ने कहा कि आज हमारे लिए बड़ा दिन है। हमें बहुत संतोष है। वैक्सीन रिलीज होकर जा रही है। अभी चुनौती है कि सभी जगहों पर वैक्सीन पहुंचानी है। उन्होंने अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा कि प्राइवेट मार्केट में पैसा देकर 1000 रू में खरीदनी होगी, इसका आर्डर अभी नहीं आया है। फिलहाल हेल्थ वर्करर्स को वैक्सीन देनी है। अभी 11 मिलियन डोज दिया है, विदेशों में भी भेजना है. बंग्लादेश,दक्षिण अफ्रिका आदि देशों में भी वैक्सीन भेजना है। वैक्सीन सेफ और इफेक्टिव है। इधर, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक ने कोरोना वायरस के टीके के निर्माण एवं वितरण के संदर्भ में मंगलवार को एक संसदीय समिति के समक्ष जानकारी दी और सदस्यों के सवालों के जवाब दिए। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से संबंधित संसद की स्थायी समिति की बैठक के सूचीबद्ध एजेंडे के अनुसार, स्वास्थ्य सचिव और आईसीएमआर के महानिदेशक ने ‘टीके के निर्माण, वितरण प्रबंधन और कोविड-19 महामारी में कमी आने’ को लेकर समिति को जानकारी दी। बता दें, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव इस समिति के अध्यक्ष हैं। समिति की बैठक उस समय हुई है जब देश में आगामी 16 जनवरी से कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान आरंभ हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम करार दिया है।इस अभियान में करीब तीन करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत कर्मियों को प्राथमिकता दी जाएगी। भारत के औषधि नियामक ने ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक के स्वदेश में विकसित टीके ‘कोवैक्सीन’ के देश में सीमित आपात इस्तेमाल को मंजूरी प्रदान की है। उधर, 16 जनवरी को टीकाकरण मुहिम की शुरुआत से चार दिन पहले ‘कोविशील्ड’ टीकों की पहली खेप मंगलवार सुबह पुणे से दिल्ली पहुंची। ‘स्पाइसजेट’ का विमान टीकों के साथ सुबह करीब 10 बजे दिल्ली हवाईअड्डे पहुंचा। वह सुबह करीब आठ बजे पुणे हवाईअड्डे से रवाना हुआ था। इससे पहले तीन ट्रकों में इन टीकों को सुबह पांच बजे से कुछ समय पहले ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ (एसआईआई) से पुणे हवाईअड्डा रवाना किया गया था।