कोरोना वारियर्स को सम्मानित करने वाले कार्यक्रम को आज संबोधित करेंगे पीएम मोदी।
कार्यक्रम में एक वर्चुअल प्रार्थना होगी। इसी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाषण देंगे।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : ओम तिवारी : देश में कोरोना से जाई युद्ध के बीच देशवासियों और कोरोना वारियर्स का हौसला बढाए रखने की जरुरत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुरुवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर कोरोना योद्धाओं के सम्मान में होने वाले एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और समरोह को संबोधित करेंगे। यह कार्यक्रम कोरोना योद्धाओं के सम्मान में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संघ के सहयोग से संस्कृति मंत्रालय की ओर से आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में एक वर्चुअल प्रार्थना होगी। इसी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाषण देंगे। साथ में कोरोना योद्धाओं का सम्मान भी किया जाएगा। न्यूज एजेंसी एएनआई ने प्रधानमंत्री कार्यालय के हवाले से कहा है कि यह आयोजन कोरोना पीड़ितों के सम्मान और कोविड-19 फ्रंटलाइन वॉरियर के लिए आयोजित किया जा रहा है। वहीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुद्ध पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर बुधवार को देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि भगवान बुद्ध का सत्य, शांति और करुणा का संदेश सदैव मानवता का मार्गदर्शन करता रहेगा। राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, ‘बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर मैं सभी नागरिकों और पूरी दुनिया में भगवान बुद्ध के अनुयायियों को शुभकामनाएं देता हूं। भगवान बुद्ध का संदेश हमें प्रेम, सत्य, करुणा और अहिंसा के साथ मानवता की सेवा करने के लिए प्रेरित करता है। कोविंद ने कहा कि उनका जीवन और आदर्श समानता, सद्भाव और न्याय जैसे शाश्वत मूल्यों में हमारे विश्वास को सुदृढ़ करता है। राष्ट्रपति ने कहा कि ऐसे समय में, जब हम कोविड-19 के रूप में एक अभूतपूर्व संकट का सामना कर रहे हैं, हमें जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए और इस तरह भगवान बुद्ध के दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह पवित्र त्योहार हमें भगवान बुद्ध की शिक्षा का पालन करने और हमारे बीच सद्भाव की भावना को मजबूत करने के लिए प्रेरित करता है। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि सम्यक आचरण में भगवान बुद्ध द्वारा प्रतिपादित अष्टांग मार्ग तथा व्यवहार में पंचशील के अनुसरण से ही मानवता संसार के चार आर्य सत्यों का समाधान कर, आध्यात्मिक उत्कर्ष प्राप्त कर सकती है। कोविड-19 के दौरान भगवान बुद्ध के संदेश को और प्रासंगिक बताते हुए उन्होंने कहा, ”भगवान बुद्ध का सत्य, शांति और करुणा का संदेश सदैव मानवता का मार्गदर्शन करता रहेगा। राष्ट्रपति ने सहिष्णुता बनाए रखने की अपील की।