कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन और भूख हड़ताल जारी।
बता दें की देश में कृषि आंदोलन का आज 19वां दिन हो चुका है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): बता दें की देश में कृषि आंदोलन का आज 19वां दिन हो चुका है। किसानों ने अपना प्रदर्शन तेज कर दिया है और आज वे भूख हड़ताल पर हैं। इस बीच गृह मंत्री अमित शाह से मिलने उनके आवास पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पहुंचे हैं। दोनों ने कल (रविवार) भी मुलाकात की थी। केंद्र सरकार चाहती है कि नए कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध बातचीत के माध्यम से खत्म किया जाए, लेकिन किसान इसकी वापसी की मांग पर अड़े हुए हैं। किसान संगठनों और सरकार के बीच कई दौर की बातचीत भी हो चुकी है, लेकिन बात नहीं बन पाई है। गाजीपुर (दिल्ली-यूपी) बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज राष्ट्रीय राजमार्ग -24 को ब्लॉक कर दिया। इसके बाद भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने कहा कि ऐसा फिर नहीं होगा। सामान्य लोग प्रभावित नहीं होंगे। हम चाहते थे कि वे एक बार महसूस करें कि कुछ मिनट भी कितने महत्वपूर्ण होते हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ जंतर-मंतर पर पंजाब के कांग्रेस सांसदों का विरोध प्रदर्शन जारी है। सांसद गुरजीत सिंह औजला ने बताया, “किसान जो भी आंदोलन करेंगे हम उसमें भाग लेंगे। जितनी देर किसान भूख हड़ताल पर हैं उतनी देर मैं और विधायक कुलबीर जीरा भी भूख हड़ताल पर हैं। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा, ‘ मैं किसानों से कि कृषि कानूनों से संबंधित मुद्दों को हल करने के लिए सरकार के साथ बातचीत के लिए अपील करता हूं। यदि किसान इन बिलों में कुछ जोड़ना चाहते हैं, तो यह संभव है, लेकिन पूरी तरह से ‘हां या नहीं’ नहीं हो सकता है। बातचीत से समाधान निकल सकता है।
सुप्रीम कोर्ट 16 दिसबंर को प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली की सीमाओं से हटाने के लिए अधिकारियों को निर्देश देने की मांग पर सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट के अनुसार मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे, न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी. रामसुब्रमण्यम की खंडपीठ, लॉ स्टूडेंट ऋषभ शर्मा द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करेगी। याचिका में कहा गया है कि यात्रियों को प्रदर्शन के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते कोरोना के मामलों में भी इजाफा हो सकता है।दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को जवाब देते हुए कहा कि वे किसानों के समर्थन में शुरुआत से ही खड़े हैं। एक ट्वीट में मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए केजरीवाल ने कहा, कैप्टन जी शुरू से ही मैं किसानों के साथ खड़ा हूं। मैंने केंद्र के साथ उनके लिए लड़ा और अब दिल्ली के स्टेडियमों को जेल नहीं बनने दिया। मैं किसानों की सेवा कर रहा हूं।