तीन तलाक पर विवादास्पद बयान देते हुए उन्होंने कहा कि मुस्लिमों ही नहीं, हिंदू, सिख आदि सभी धर्मों में महिलाओं के साथ भेदभाव किया जाता है। हर सोसायटी में पुरुषों का ही वर्चस्व है। यहां तक की भगवान राम ने भी संदेह के आधार पर सीता को छोड़ दिया था।
दलवई के इस बयान पर सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। लोगों ने इस बयान के लिए कांग्रेस सांसद की कड़ी आलोचना की और उनसे माफी की मांग की।