सोशल मीडिया पर ट्रोल्स की भाषा और उनके आक्रोश को लेकर तमाम बहसें चलती रहती हैं। कभी दक्षिणपंथी ट्रोल्स को लेकर हंगामा मचता है तो कभी दूसरे खेमे के गाली-गलौज कर निशाने पर आ जाते हैं। मगर किसी को उसके जन्मदिन पर मरने की दुआ देना कहां तक जायज है? शुक्रवार (22 सितंबर) को जी न्यूज के एंकर रोहित सरदाना का जन्मदिन था। लोग उन्हें ट्विटर पर बधाई और शुभकामनाएं दे रहे थे कि विपिन स्वामी नाम के शख्स ने लिखा, ”तू जल्दी मर जा सरदाना। देश का कल्याण हो जाएगा।” वैसे ऐसे लोगों को जवाब देने की जरूरत नहीं थी, मगर रोहित ने ट्रोल को सबक सिखाने की ठानी और जवाब देते हुए लिखा, ”भाई हम तो मर के भी कल्याण कर लेंगे देश का आप तो जीते जी कतर निकल लिए नोट छापने! हमको नसीहत, ख़ुद मियाँ फ़ज़ीहत!!” सरदाना के ट्वीट के बाद उनके समर्थक/फैंस उस ट्रोल पर पिल पड़े। एक यूजर ने कहा, ”गाली देने वाले, धमकियाँ देने वाले, गंदे कमेंट करने वाले अक्सर अपने को RSS & BJP समर्थक बताते हैं, मेरी समझ मे नही आ रहा कि ये “कौन जात हैं”।”
मंजु चौहान नाम की यूजर ने लिखा, ”इसका मतलब है रोहित सर, आपको चाहने वाले हों या आपके विरोधी नींदें आपने सबकी उड़ा रखी हैं। ये साहिब उनमें से एक हैं।” वाचस्पति तिवारी नाम के शख्स ने लिखा, ”सरदाना जी पहले तो आपको जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं। दूसरी बात कुत्ते के मन्नत मांगने से शेर नही मरा करते।” अजय पांडे ने कहा, ”गाँव में पुरानी कहावत है की डोम के मनाने से जानवर नहीं मरते हैं विपिन स्वामी के तरह के लोग ना अपना भला सोच सकते हैं और ना दूसरे का।”इसका मतलब है रोहित सर ..आपको चाहने वाले हों या आपके विरोधी नींदें आपने सबकी उड़ा रखी हैं ..ये साहिब उनमे से एक हैंइसका मतलब है रोहित सर ..आपको चाहने वाले हों या आपके विरोधी नींदें आपने सबकी उड़ा रखी हैं ..ये साहिब उनमे से एक हैं
मनीष जोशी ने इसी ट्वीट पर जवाब दिया, ”सर आप निश्चिंत रहे,मरने की दुआ से ज्यादा लम्बी उम्र की प्रार्थना करने वाले हैं आपके लिऐ,आप डटे रहो मैदान में,इनकी बंदरों को हम पे छोड़िए।” एक अन्य यूजर ने कहा, ”क्या जाहिल पंती है किसी के जन्मदिन पर इस तरह की बात शर्म आनी चाहिए कि आप एक हिंदुस्तानी हो। सरदाना जी, बहुत बहुत जन्मदिन की शुभकामनाएं।”
सर आप निश्चिंत रहे,मरने की दुआ से ज्यादा लम्बी उम्र की प्रार्थना करने वाले हैं आपके लिऐ,आप डटे रहो मैदान में,इनकी बंदरों को हम पे छोड़िऐ..