उत्तर भारत में अचानक मौसम बदला, तूफ़ान और बारिश के साथ गिरी बिजली, 31 की मौत।
मौसम का पूर्वानुमान बताने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर बौछारें पड़ने का अनुमान है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : ओम तिवारी : उत्तर भारत में मौसम अचानक खराब हुआ जिसके कारण मुसीबतें लोगों पर टूट पड़ीं। रविवार दोपहर को पहाड़ों से लेकर दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश और पंजाब के मैदानी इलाकों में आंधी के बाद आई बारिश से तापमान में गिरावट तो आई लेकिन कई जगहों पर वज्रपात से भारी नुकसान भी हुआ। देश के विभिन्न इलाकों में वज्रपात से 31 लोगों की मौत हो गई जबकि कई घायल हो गए। मौसम का पूर्वानुमान बताने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर बौछारें पड़ने का अनुमान है। उत्तर प्रदेश में रविवार शाम एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल गया और धूलभरी आंधी से दिन में ही अंधेरा छा गया। आंधी, पानी, ओलावृष्टि और वज्रपात ने खूब तबाही मचाई। इससे टिनशेड, छप्पर विद्युत पोल, होर्डिग, बैनर और लॉक डाउन के लिए लगाए पुलिस कैंप और तंबू उखड़ गए। फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। इस दौरान हुए हादसों में 27 लोगों की मौत होने की सूचना है। मध्य उत्तर प्रदेश में 13, पश्चिम यूपी में 11, बुंदेलखंड में दो और पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक मौत होने की सूचना है। मध्य क्षेत्र में आंधी-पानी से सबसे ज्यादा नुकसान आम की फसल को हुआ है। उधर, बागपत में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। दिल्ली में रविवार सुबह गर्मी रही, लेकिन 10 बजे से ही आसमान में बादल छाने लगे थे। साढ़े 11 बजे के आसपास काली घटा छा गई और एकाएक अंधेरा सा हो गया। ऐसे में 74 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार के साथ चली धूल भरी आंधी के साथ हुई हल्की बारिश ने तापमान में भी गिरावट ला दी। इसी का परिणाम रहा कि अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम 35.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली एनसीआर के इलाकों में अगले तीन दिन ऐसा ही मौसम बने रहने के आसार हैं। मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ। पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश और आंधी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। मौसम का कहर कुमाऊं में ज्यादा रहा। ऊधमसिंह नगर में आंधी के दौरान अलग-अलग स्थानों पर पेड़ और दीवार गिरने से एक महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग जख्मी हैं। गढ़वाल के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमपात का क्रम बना हुआ है। बदरीनाथ और केदारनाथ में बर्फबारी हुई तो पर्वतीय क्षेत्रों में दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही। इस अचानक बदके मौसम से लोगों को परेशानी तो हुई लेकिन साथ ही गरमी में राहत भी मिली।