अमेरिका में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एच1बी वीजा के मुद्दे को उठाया

वॉशिंगटन
अमेरिका में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एच1बी वीजा के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया है। रविवार को उन्होंने कहा कि अमेरिका आने वाले भारतीय आईटी पेशेवर अवैध आर्थिक प्रवासी नहीं हैं बल्कि वे यहां की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं। ऐसे में अमेरिकी सरकार को भी अपनी वीजा नीति पर निर्णय लेते समय गंभीरता से विचार करना चाहिए। जेटली ने अमेरिका से एच-1बी वीजा होल्डर्स को लेकर अपना नजरिया बदलने को भी कहा।

गौरतलब है कि एच-1बी वीजा गैर-आप्रवासी वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों की नियुक्ति करने की अनुमति देता है। भारतीय आईटी पेशेवरों में यह काफी लोकप्रिय है।

जेटली ने आगे कहा, ‘भारत से एच-1बी वीजा पर जो आ रहे हैं, वे उच्च दर्जे के पेशेवर हैं। उन्होंने अमेरिकी अर्थव्यवस्था में काफी योगदान दिया है। वे अवैध आर्थिक प्रवासी नहीं है जिसको लेकर अमेरिका में चिंता है। वे यहां वैध तरीके से आते हैं’।

वित्त मंत्री ने बताया कि उन्होंने अमेरिकी वित्त मंत्री और वाणिज्य मंत्री के साथ बैठकों में इस मुद्दे को उठाया। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की सालाना बैठक में भाग लेने के लिये अमेरिका आए जेटली ने कहा कि भारतीय आईटी पेशेवर अलग व्यवहार के हकदार हैं।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘हमने अमेरिका को अपनी चिंता से अवगत करा दिया है कि वे (एच1 बी वीजा होल्डर) उच्च कोटि के पेशेवर हैं, उन्होंने अमेरिकी अर्थव्यवस्था में काफी योगदान दिया है इसीलिए जब अमेरिका अपनी वीजा नीति पर फैसला लेते समय इन लोगों का विशेष ध्यान रखे।

पिछले महीने ही अमेरिका ने सभी कैटिगरियों में प्रीमियम एच-1बी वीजा की प्रॉसेसिंग शुरू की। इस सर्विस को पांच महीने पहले सस्पेंड किया गया था। बता दें कि राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अपने इलेक्शन कैंपेन के दौरान इस सर्विस को बंद करने की भी बात कही थी। इसके लिए एक साल में 65000 लोगों की सीमा तय है। इसके अतिरिक्त 20 हजार ऐसे लोगों को इसका फायदा मिलता है, जो यूएस कॉलेज सिस्टम के तहत आते हैं। एच1 बी वीजा का इस्तेमाल 70 प्रतिशत भारतीय ही करते हैं।

प्रोत्साहन पैकेज से किया साफ इनकार
उधर, वित्त मंत्री ने साफ कहा है कि उन्होंने अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये कभी भी प्रोत्साहन पैकेज की बात नहीं की। यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार बडे़ पैमाने पर वित्तीय प्रोत्साहन पैकेज पर विचार कर रही है, जेटली ने कहा, ‘इस बारे में बात मीडिया ने की है और आपको उनसे यह पूछना चाहिए। मैंने इस शब्द (राजकोषीय प्रोत्साहन) का इस्तेमाल नहीं किया। मैंने कहा है कि हम स्थिति को देखते हुए उपयुक्त कदम उठाएंगे।’

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