अब प्रदूषण विसंगति पर उद्यमियों को आएगा एसएमएस व ईमेल अल्र्ट

निहित समय में विसंगति की जबाबदेही पर बिजली कटने से बच पाएंगे उद्योग

…. अब प्रदूषण विसंगति पर उद्यमियों को आएगा एसएमएस व ईमेल अल्र्ट
– निहित समय में विसंगति की जबाबदेही पर बिजली कटने से बच पाएंगे उद्योग
– नई प्रणाली में खुद तैयार हो जाएगा सम्मति पत्र, 22 राज्यों में प्रणाली लागू
– हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा ऑनलाईन प्रबंधन पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित
न्यूज लाईव नाऊ : बीबीएन (ऊमा धीमान): हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा ऑनलाईन प्रबंधन व अनुश्रवण प्रणाली पर एक दिवसीय प्रशिक्षण व व्यवस्थापन कार्यशाला का आयोजन किया गया। क्षेत्रीय कार्यालय बद्दी में आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता प्रदूषण बोर्ड के सदस्य सचिव डा. आर के प्रुथी ने की। कार्यशाला में राज्य बोर्ड के विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालयों के अधिकारी, कर्मचारियों व उद्यमियों के अलावा परवाणू के उद्योगपतियों ने भी इस नई प्रणाली का प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस नई प्रणाली को भारत सरकार के वन व पर्यावरण मंत्रालय द्वारा तैयार किया गया है जिसे देश के 22 राज्यों में लागू किया गया है। इस नई प्रणाली के तहत जैसे ही उद्योगपति का सम्मति पत्र व नवीनीकरण की समय सीमा समाप्त हो रही होगी तो उसे मोबाईल फोन के द्वारा एसएमएस अल्र्ट व ई-मेल आना शुरू हो जाएगी कि उद्योगपति नवीनीकरण करवा ले अन्यथा एक कारण बताओ नोटिस भी अपने आप चला जाएगा।


अल्र्ट व ई-मेल के बाद कारण बताओ नोटिस जारी होने व समय सीमा समाप्त के बाद बिजली सप्लाई बंद हो जाएगी। इस नई प्रणाली में यह भी व्यवस्था होगी कि यदि कोई भी उद्यमी विसंगति का उत्तर निहित समय में नहीं देगा तो उसका आवेदन शुल्क सिस्टम से निरस्त हो जाएगा। इससे पहले वाली प्रणाली में सन्देहलाभ उद्यमी को नहीं हो पाता था। नई लागू होने वाली प्रणाली से खुद सम्मति पत्र तैयार हो सकेगा और उद्यमी खुद सम्मति पत्र निकाल सकेगा जो कि डिजीटल हस्ताक्षरित होगा।
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के प्रशिक्षण शिविर में पर्यावरण सूचना मंडल भारत सरकार के प्रतिनिधि अनिल कुमार, प्रदूषण बोर्ड के सदस्य सचिव डा. आर के प्रूथी, क्षेत्रीय कार्यालय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अभियंता इंजीनियर अविनाश कुमार शारदा मुख्य कार्यालय से आईटी प्रमुख गोपाल गौतम समेत अन्य अधिकारी व उद्यमी उपस्थित हुए।

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